पहलगाम पर विपक्ष के साथ खड़ा होने पर भी सरकार ने कुछ नहीं किया – कांग्रेस नेता
आजमगढ़ : शनिवार को नेहरू हाल सभागार में दलित ओबीसी माइनॉरिटी एवं आदिवासी डोमा के तत्वावधान में आयोजित संविधान एवं आरक्षण बचाओ सम्मेलन में पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद उदित राज ने कहा कि इंडिया गठबंधन की और तमाम संगठनों की मांग थी कि देश में जाति जनगणना की जाए। राहुल गांधी ने इसको पुरजोर तरीके से उठाया था। जिसके लिए संसद में उनकी जाति भी पूछी गई थी। लेकिन इसके बाद भी वह इस बात पर अड़े रहे। अंत में सरकार ने जाति जनगणना कराने का निर्णय लिया है। इसका इंडिया गठबंधन स्वागत करता है। इससे देश का एक प्रकार से एक्सरे होगा। एक्स रे के माध्यम से शरीर में सब कुछ स्पष्ट हो जाता है कि कहां पर कमियां हैं। उसी प्रकार से जाति जनगणना अगर ढंग से हो गई यहां तक की इंडस्ट्री कॉरपोरेट से लेकर व्यवसाय तक सभी जगह के आंकड़ों को इकट्ठा किया गया तो यह स्पष्ट हो जाएगा की देश में कमी कहां रह गई। कहां पर आगे काम करना है। जाति जनगणना से पता चल जाएगा सरकार से यही कहा जा रहा है कि इसको पारदर्शिता के साथ कराया जाए। इसी के अनुपात में लोगों को भागीदारी मिले। 50 फ़ीसदी के आरक्षण का संविधान में कहीं जिक्र नहीं है। 1962 में बालाजी के केस में सुप्रीम कोर्ट ने निर्धारित किया था। यह संविधान में नहीं है। इसलिए यह खत्म होना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन पर भी सवाल है। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, एलन मस्क, तुलसी गाबार्ड जैसी शख्सियत में भी ईवीएम पर सवाल खड़े किए। इस प्रकार अमेरिका और जापान जैसे देशों से अच्छी टेक्नोलॉजी भारत में नहीं हो सकती या हमारा मानना है। इसमें गड़बड़ी की जा सकती है। उदित राज ने पहलगाम मुद्दे पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही भाग्यशाली हैं कि समूचा विपक्ष उनके साथ खड़ा है और पहलगाम हमले का उचित जवाब देने की बात कह रहा है। हालांकि इस पर भी कई सवाल है। प्रधानमंत्री पहलगाम नहीं गए और बिहार चले गए और वहां से मिट्टी में मिलाने की बात कह रहे हैं। केवल भाव भंगिमाएं बनाई जा रही हैं। अमित शाह ऐसे हवाई जहाज पर जा रहे थे जैसे तुरंत जाकर गोला दाग देंगे। दो बार CCS की मीटिंग हो रही थी। सरकार कुछ नहीं कह रही लेकिन फोटो मीडिया के पास आ जाती थी। पानी बंद करने की बात कही गई। वह कोई पाइप का पानी नहीं है कि बंद कर दिया जाए। करोड़ों वर्षों से नदियां बह रही हैं। पांच नदियां हैं। कई डैम कई नहर बनाने होंगे। तब जाकर यह होगा। यह इतनी आसानी से नहीं होगा। यह सब बातें मीडिया में चल रही है। सरकार से ज्यादा मीडिया लड़ाई लड़ रही है। डोमा कार्यक्रम में आयोजक इंजीनियर रामविलास राम समेत अन्य लोगों ने पूर्व संसद उदित राज का स्वागत किया। पूर्व सांसद ने कार्यक्रम से पहले अंबेडकर पार्क पहुंचकर डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।