सुल्तानपुर। सुल्तानपुर जिले की नगर पंचायत कोइरीपुर एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में है। स्थानीय निवासी मोहम्मद इसरार द्वारा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त को भेजे गए शिकायत पत्रों में गंभीर अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है। पत्रों में नगर पंचायत अध्यक्ष और संबंधित अधिकारियों द्वारा किए गए निर्माण कार्यों, संपत्ति बिक्री और बजट के दुरुपयोग की जांच की मांग की गई है।
बिना टेंडर और प्रस्ताव के नाली निर्माण:
शिकायत में कहा गया है कि नगर पंचायत कोइरीपुर के विवेक नगर, हनुमान नगर, पंतनगर, और कंचन नगर जैसे इलाकों में नाली निर्माण कार्य बिना किसी प्रस्ताव और बिना टेंडर प्रक्रिया के कराए गए। यह कार्य नगर पंचायत अध्यक्ष की सहमति से कराए गए, जो पूर्णतः नियमों के विरुद्ध है।
सरकारी संपत्ति की अवैध बिक्री:
नगर पंचायत कार्यालय परिसर में वर्षों से पड़ी सरकारी संपत्तियां — जिनमें जल निगम की मोटरें, पुरानी लोहे की पाइपें, फर्नीचर, फाइबर सामग्री, तीन भारी वाहन आदि शामिल थे — बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के औने-पौने दाम पर बेच दी गईं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इनकी सही कीमत अब तक पंचायत के कोष में जमा नहीं की गई है।
32 लाख का पार्क और तालाब निर्माण अधूरा:
नगर पंचायत द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क व तालाब के निर्माण में 32 लाख रुपये खर्च किए जाने का दावा किया गया, परंतु कार्य आज भी अधूरा है। इसके लिए एक करोड़ रुपये का बजट पास किया गया था, लेकिन खर्च व गुणवत्ता को लेकर भारी अनियमितताएं सामने आ रही हैं।
गौशाला के पास तालाब में भी गड़बड़ी:
शिकायत के अनुसार गौशाला के बगल में स्थित एक तालाब पर बिना टेंडर और कार्य आरंभ किए ही संपूर्ण धनराशि निकाल ली गई, जो दर्शाता है कि किस प्रकार कागजों पर ही काम दिखाकर बजट का दुरुपयोग किया गया है।
प्रार्थी की मांग और अपील:
प्रार्थी मोहम्मद इसरार, निवासी कोइरीपुर, शास्त्री नगर (सुल्तानपुर), ने मुख्यमंत्री और लोकायुक्त से सभी मामलों की निष्पक्ष व बिंदुवार जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि यह केवल आर्थिक गड़बड़ी नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और संसाधनों के साथ धोखा है।