
रिपोर्ट — आवाज़ न्यूज़ | जौनपुर (सरपतहा)
जौनपुर। सरपतहा थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव निवासी 30 वर्षीय वीरेंद्र कुमार यादव पुत्र स्व. कमलेश यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। घटना लखनऊ के गोमतीनगर के खरगापुर इलाके की है, जहां वह पिछले आठ-नौ वर्षों से किराए के मकान में रह रहा था।
शुक्रवार को वीरेंद्र ने संदिग्ध हालात में फांसी लगा ली। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार देर रात जब शव गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया और गांव का माहौल गमगीन हो गया।
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🔹 परिवार का इकलौता सहारा था वीरेंद्र
वीरेंद्र अपने माता-पिता की तीन संतानों में एकमात्र पुत्र था। उसके माता-पिता दोनों का निधन हो चुका है। बड़ी बहन मनीषा की शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बहन निशा के विवाह की तैयारियां चल रही थीं और वह साल भर पहले पिता की मौत के बाद मृतक के साथ ही रह रही थी।
अब दोनों बहनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
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🔹 लिव-इन रिलेशन और लेन-देन की चर्चाएं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वीरेंद्र खुद को कस्टम अधिकारी बताकर लगभग तीन वर्षों से एक युवती के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रहा था। इस दौरान पैसों के लेन-देन और आपसी विवादों की भी चर्चाएं सामने आई हैं।
हालांकि, खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और कोई कानूनी कार्रवाई भी प्रकाश में नहीं आई है।
🔹 गम में डूबा परिवार
गांव लौटे शव को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शनिवार शाम को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मृतक के परिचितों के अनुसार, वीरेंद्र मेहनती और शांत स्वभाव का युवक था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान बताया जा रहा था।