
Aawaz news महाराजगंज (जौनपुर)।
पत्रकार संतोष कुमार और उनके परिवार पर हमले के मामले में विशेष एससी-एसटी न्यायालय जौनपुर ने भाजपा मंडल अध्यक्ष यादवेंद्र प्रताप सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट (NBW) जारी किया है। सभी आरोपी फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
चुनावी रंजिश से उपजा विवाद
ग्राम सभा सवंसा निवासी पत्रकार संतोष कुमार की पत्नी रेशमा ने वर्ष 2021 में ग्राम प्रधान चुनाव लड़ा था। चुनाव में रेशमा को हार का सामना करना पड़ा जबकि यादवेंद्र की पत्नी अनामिका सिंह प्रधान चुन ली गईं।
यही चुनावी रंजिश आगे चलकर विवाद का कारण बनी।
दो बार हमला, कई धाराओं में मुकदमा
25 जून 2021 को ग्रामीणों ने डीएम और एसपी जौनपुर को प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।
इसके बाद 26 जून 2021 को संतोष कुमार और उनके परिवार पर हमला किया गया।
घटना की रिपोर्ट थाना महाराजगंज में दर्ज हुई, जिसमें धारा 392, 325, 506, 504, 323, 427, 147 व एससी-एसटी एक्ट की धाराएँ लगाई गईं।
इसी क्रम में 20 अगस्त 2021 को दोबारा हमला हुआ। इस बार आरोप है कि आरोपी घर में घुसकर पत्रकार, उनकी पत्नी और बच्चों को बुरी तरह पीटे।
अदालत की सख्ती
लंबी सुनवाई के बाद विशेष एससी-एसटी न्यायालय ने 16 सितंबर 2025 को यादवेंद्र प्रताप सिंह, अजय, अर्जुन, विनोद, सौरभ और अंकित के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। अदालत ने अगली तारीख 7 अक्टूबर 2025 तय की है।
पुराना आपराधिक इतिहास
आरोपी विनोद वर्ष 2013 में दर्ज दो एनसीआर मामलों में दोष सिद्ध हो चुका है।
अर्जुन हाल ही में दर्ज एक गंभीर मामले में जेल जा चुका है और फिलहाल जमानत पर है।
अजय कुमार पर भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पत्रकार का संघर्ष जारी
पत्रकार संतोष कुमार और उनकी पत्नी का कहना है कि उन्हें दबाव में आकर कई बार मुकदमे से नाम हटाने की सलाह दी गई, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। मामले को कमजोर करने के लिए आरोपियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, पर वहां से कोई राहत नहीं मिली।
पत्रकार संतोष कुमार का कहना है कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और देर-सबेर आरोपियों को कानून का सामना करना ही पड़ेगा।