जंघई, Aawaz News
काशी एक्सप्रेस में एसी कोच से उतारे जाने से नाराज यात्रियों ने मंगलवार को स्टेशन अधीक्षक कार्यालय में हंगामा किया। यात्रियों का आरोप था कि आरपीएफ जवानों ने जबरन उन्हें ट्रेन से उतार दिया, जिससे उनके बच्चे और सामान ट्रेन में ही छूट गए। हालांकि, स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह के समझाने पर मामला शांत हुआ।
क्या है पूरा मामला?
मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले, थाना पिपरई के आकेत गांव निवासी दिनेश लोधी अपने साथियों के साथ अयोध्या से वाराणसी होते हुए प्रयागराज जा रहे थे।
दिनेश लोधी के अनुसार, वाराणसी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ पुलिस के जवानों ने जबरन उन्हें काशी एक्सप्रेस के एसी कोच में बैठा दिया। लेकिन जब ट्रेन जंघई जंक्शन पहुंची, तो आरपीएफ ने उन्हें चलती ट्रेन से उतार दिया।
बच्चे और सामान ट्रेन में छूटे, महिलाओं ने किया हंगामा
अचानक ट्रेन से उतारने के कारण चार छोटे बच्चे, एक वृद्ध महिला और यात्रियों का सामान ट्रेन में ही छूट गया। ट्रेन के चले जाने के बाद महिला यात्रियों ने स्टेशन अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और विरोध प्रदर्शन किया।
स्टेशन अधीक्षक ने शांत कराया मामला
स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह ने यात्रियों को समझाया कि उनके बच्चों और सामान को फूलपुर में उतरवा दिया जाएगा और उन्हें मेला स्पेशल ट्रेन से फूलपुर भेजा जाएगा। आश्वासन मिलने के बाद यात्रियों का गुस्सा शांत हुआ।
स्टेशन अधीक्षक का बयान
स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह ने बताया कि यात्रियों का सामान और बच्चे काशी एक्सप्रेस में छूट गए थे, जिससे वे नाराज थे। उन्हें समझाकर मेला स्पेशल ट्रेन से फूलपुर भेज दिया गया, जहां उनका सामान और परिवार के सदस्य मिल गए।
प्रशासन की कार्रवाई
हालांकि, यात्रियों ने आरपीएफ पर मनमानी का आरोप लगाया, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक जांच की जानकारी नहीं दी गई है।