“कुछ कहानियाँ सिर्फ पर्दे के लिए नहीं बनतीं…”
ऐसी ही एक कहानी है Badgumaan — जो नज़र से नहीं, महसूस करने से समझी जाती है। इस फिल्म ने अपनी संवेदनशीलता, सादगी और सच्चाई के दम पर अंतरराष्ट्रीय पहचान बना ली है। Cannes Film Festival 2025 के प्रतिष्ठित Marché du Film सेक्शन में इसका प्रीमियर होने जा रहा है।
त्रिपुरारी यादव की यह पहली फिल्म है बतौर मुख्य अभिनेता। Badgumaan में उन्होंने एक ऐसे किरदार को जिया है जो दिल और आत्मा दोनों को छू जाता है। उनके साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगी रितिका कंवर, जिनकी सहज अदायगी इस कहानी में भावनाओं की गहराई जोड़ती है।
“यह किरदार मेरे लिए केवल अभिनय नहीं, आत्मा को टटोलने जैसा अनुभव था,”
— त्रिपुरारी यादव।
युग यादव: एक नई आवाज, एक सच्ची दृष्टि
फिल्म के लेखक, निर्देशक और संपादक युग यादव ने इस कहानी को उस गहराई से पर्दे पर उतारा है, जिसे बड़े-बड़े अनुभवी फिल्मकार भी छू नहीं पाते। उनकी सोच में गहराई है, और मानवीय रिश्तों की बारीक समझ उनके सिनेमा को खास बनाती है।
“युग की उम्र भले ही कम हो, लेकिन उनका सिनेमा समय से बहुत आगे है,”
— त्रिपुरारी यादव।
फिल्म की थीम
Badgumaan इंसानी रिश्तों की पेचीदगियों, आंतरिक संघर्ष और सामाजिक वास्तविकताओं की पड़ताल करती है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक दर्पण है जो दर्शकों को खुद से रूबरू कराती है।
तकनीकी टीम में शामिल हैं:
- निर्माता: मेघना हिरावत उपाध्याय (Twins Dreams Films)
- छायांकन: निलेश केनी
- संगीत: विदित रावत
- कलाकार: त्रिपुरारी यादव, ऋतिका सिंह कंवर, जीतू सम्राट