
🗓 जुलाई 11, 2025 | आवाज़ न्यूज़ ब्यूरो
📍 लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। आगामी मार्च-अप्रैल 2026 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस प्रक्रिया के बाद प्रदेश भर में 512 ग्राम पंचायतों को समाप्त कर दिया गया है, जबकि 11 नई ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है।
अब तक प्रदेश में कुल 58,195 ग्राम पंचायतें थीं, लेकिन पुनर्गठन के बाद यह संख्या घटकर 57,694 रह गई है। यानी इस बार के चुनाव में 501 प्रधान कम चुने जाएंगे।
—
किन जिलों में कितनी पंचायतें कम हुईं?
पुनर्गठन की सबसे बड़ी मार मऊ, कुशीनगर, संतकबीरनगर, गोरखपुर और गोंडा जैसे जिलों पर पड़ी है। जिलावार विवरण इस प्रकार है:
कुशीनगर – 23 पंचायतें कम
मऊ – 26 पंचायतें समाप्त
संतकबीरनगर – 24 पंचायतें घटाई गईं
गोरखपुर – 22 पंचायतें कम
गोंडा – 22 पंचायतें समाप्त
गाजियाबाद और फतेहपुर – 19-19 पंचायतें समाप्त
फर्रुखाबाद – 14 पंचायतें कम
हरदोई – 14 पंचायतें घटाई गईं
मुजफ्फरनगर, सीतापुर – 11-11 पंचायतें
रायबरेली, सोनभद्र – 8-8 पंचायतें
अन्य जिलों जैसे बलरामपुर, बाराबंकी, बरेली, बुलंदशहर, एटा, जौनपुर, लखनऊ, आदि में 1 से 7 पंचायतों की कटौती हुई है।
—
11 नई ग्राम पंचायतें भी बनीं
जहां एक ओर कई पंचायतें समाप्त की गईं, वहीं दूसरी ओर आजमगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर, गोरखपुर, हरदोई, प्रतापगढ़, और उन्नाव जैसे जिलों में एक-एक नई ग्राम पंचायत का गठन भी हुआ है।
बस्ती जिले में कोर्ट के आदेश पर दो नई पंचायतों का निर्माण हुआ है, जो 2021 में नगर क्षेत्र में सम्मिलित हो चुकी थीं।
—
अब आरक्षण की प्रक्रिया शुरू
ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन के बाद अब पंचायत आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया शुरू की गई है। यह प्रक्रिया जिलेवार की जाएगी, और इसके आधार पर ही महिला, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, तथा सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित पदों की घोषणा की जाएगी।
—
मुख्य बातें एक नजर में
बिंदु विवरण
कुल ग्राम पंचायतें (2021) 58,195
समाप्त पंचायतें (2025) 512
वर्तमान पंचायतें (2025) 57,694
नई पंचायतों का गठन 11
चुनाव संभावित मार्च-अप्रैल 2026
आरक्षण प्रक्रिया प्रारंभ