वीर अब्दुल हमीद का बलिदान और जीवन युवा वर्ग के लिये प्रेरणा है : हाजी मो नफ़ीस इदरीसी
Aawaz News संवाद सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ
जौनपुर । 1965 के भारत पाक युद्ध के महानायक परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के 59 वें में शहीद दिवस मुरादनगर स्थित परिश्रम रिसोर्ट के प्रांगण में सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसिया जौनपुर के तत्वावधान में संस्था के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हाजी नफ़ीस अनवर इदरीसी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ
दिल्ली से तशरीफ़ लाये कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मो नफ़ीस इदरीसी ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने जिस पराक्रम से दुश्मनों के इरादों को नस्तनाबूद किया वो उल्लेखनीय है।
कार्यक्रम गाज़ीपुर से पधारे प्रोग्राम के विशिष्ट अतिथि परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के पौत्र मो परवेज़ ने कहा वीर अब्दुल हमीद की कुर्बानी और उनके अदम्य साहस को बेमिसाल बताते हुए कहा की ऐसे देशभक्त वीर योद्धा सदियों में जन्म लेते है।
छपरा बिहार से आये संस्था के राष्ट्रीय सचिव हाजी अब्दुल रहमान ने कहा कि सिलाई के पेशे से जुड़ी इदरीसी बिरादरी की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इदरीसी बिरादरी को अत्यधिक पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाये तथा सिलाई के पेशे को दस्तकारी का दर्जा दिया जाये।
सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसिया के राष्ट्रीय महामंत्री इं अहमद मुबीन इदरीसी ने कहा कि देश के युवा वर्ग को राष्ट्र निर्माण के लिये आगे आना चाहिये। युवा अपनी ऊर्जा को देश के निर्माण में लगायें। वृक्षारोपण और रक्तदान शिविर का प्रत्येक वर्ष बढ़ चढ़ कर आयोजन किया करें।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मो नफ़ीस इदरीसी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हाजी मो इक़रार इदरीसी ने नवनिर्वाचित जनपद कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित करे।
शहीद दिवस कार्यक्रम में शिक्षार्थियों और सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले नवजवानों को शहीद अब्दुल हमीद अवार्ड 2024 से सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ० रफत हुसैन इदरीसी ने वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
1965 में भारत पाक युद्ध में उनके पराक्रम और कुर्बानी के बारे में बताया।
कार्यक्रम को सेवानिवृत्त ले.मो इस्माइल मो परवेज़, नसीर इदरीसी मौलाना तौफ़ीक़ अहमद, शिया धर्म गुरु मौलाना शौकत रिज़वी, इं अहमद मुबीन , क़मर अहमद, हाजी मो इक़रार इदरीसी, हाजी मो इसरार , अब्दुल रहमान अख़्तर, हाजी हफीजुद्दीन इदरीसी,मोईन इदरीसी, मो अतीक, हाजी ऐजाज़ अली, वारिस अली परवान ने संबोधित किया।
इस मौके पर डॉ अली अहमद, नियाज़ अहमद एडवोकेट, मो शाहनवाज़, निसार अहमद, साहिबे आलम, खालिद इदरीसी डॉ असगर अली, हाजी शाबान अली, शराफत अली,अब्दुल मजीद करारी, अब्दुल अली, सदरे आलम, मो रफीक, अब्दुल मन्नान, मोईन इदरीसी, अब्दुल माजिद इदरीसी, शौकत अली, वग़ैरा मौजूद रहे।