संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अफगानिस्तान पर बैठक में भारत ने सख्त लहजे में कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे UN-नामित आतंकी संगठनों पर वैश्विक कार्रवाई अनिवार्य है।
भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरिश ने कहा कि अफगानिस्तान को आतंकवाद से मुक्त बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान शासन के तहत Al-Qaida, ISIL और अन्य आतंकी समूहों के सक्रिय होने की चिंता जताई, जो दक्षिण एशिया की शांति के लिए खतरा हैं।
हरिश ने UNSC रेजोल्यूशन 2593 का हवाला देते हुए कहा, “अफगान मिट्टी का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए आश्रय, प्रशिक्षण, योजना या वित्तपोषण के लिए नहीं होना चाहिए।” उन्होंने LeT और JeM के साथ-साथ उनके सहयोगियों को अफगानिस्तान से हटाने की मांग की। भारत ने कहा कि काउंटर टेररिज्म कमिटी (CTC), CTED और एनालिटिकल सपोर्ट एंड सैंक्शंस मॉनिटरिंग टीम को Al-Qaida, LeT और JeM पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
पृष्ठभूमि और भारत का बयान
यह बयान 17 सितंबर 2025 को UNSC की अफगानिस्तान पर बैठक में आया, जहां भारत ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चिंता जताई। हरिश ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच सभ्यतागत संबंध हैं, और भारत अफगान लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा अफगान एक्टिंग फॉरेन मिनिस्टर अमीर खान मुत्तकी से दो बार बातचीत का जिक्र किया। भारत ने अप्रैल 2025 के पहलगाम हमले की अफगानिस्तान द्वारा निंदा का स्वागत किया।
भारत ने कहा कि तालिबान शासन के तहत अफगानिस्तान फिर से Al-Qaida, ISIL, LeT और JeM जैसे संगठनों का सुरक्षित आश्रय बन रहा है। हरिश ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय को समन्वित प्रयास करने होंगे ताकि UNSC-नामित इकाइयां और व्यक्ति अफगान मिट्टी का दुरुपयोग न कर सकें।” भारत ने अफगानिस्तान के लिए नई दृष्टिकोण की वकालत की, जिसमें प्रोत्साहन और निरोध दोनों शामिल हों। भारत ने अफगानिस्तान को भोजन, दवा और तंबू जैसी मानवीय सहायता प्रदान की है।
क्षेत्रीय संदर्भ
यह बयान मई 2025 के भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन सिंदूर) के बाद आया, जहां भारत ने JeM और LeT के ठिकानों पर हमला किया था। भारत ने पाकिस्तान पर इन संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाया है। UNSC में भारत ने कहा कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है।
The post संयुक्त राष्ट्र में भारत का सख्त रुख: ‘लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों पर वैश्विक कार्रवाई जरूरी’, अफगानिस्तान को आतंक-मुक्त बनाने की मांग appeared first on Live Today | Hindi News Channel.