
लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र के अशरफाबाद में कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी (45), उनकी पत्नी सुचिता (43), और बेटी ख्याति (16) की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।

शोभित के साढ़ू विवेक सिद्धार्थ और साली मुदिता को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई शोभित के बड़े भाई शरद रस्तोगी की शिकायत पर मंगलवार, 1 जुलाई 2025 को दर्ज FIR के आधार पर की गई।
पुलिस और शरद के बयान के अनुसार, शोभित अपनी पत्नी सुचिता और बेटी ख्याति के साथ अशरफाबाद में रहते थे। शोभित का राजाजीपुरम ई-ब्लॉक में ‘जुगल फैशन पॉइंट’ नाम से कपड़े की दुकान थी। शरद ने बताया कि विवेक और मुदिता, जो नेपाल के नेपालगंज में रहते हैं, ने शोभित से करीब 40 लाख रुपये उधार लिए थे। यह रकम नेपालगंज में एक पैतृक संपत्ति की बिक्री के बाद लौटाने का वादा किया गया था, जो कथित तौर पर मुदिता के नाम पर थी।
हालांकि, जब शोभित और सुचिता करीब 15 दिन पहले नेपाल गए, तो पता चला कि संपत्ति मुदिता के बच्चों के नाम पर दर्ज है। शरद के मुताबिक, शोभित ने विवेक और मुदिता से रकम और संपत्ति में हिस्सा मांगा, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया और कहा, “मरना है तो मर जाओ।” इस बात ने शोभित को गहरा सदमा पहुंचाया। वह कर्ज के बोझ तले दबे थे, क्योंकि उन्होंने यह रकम निजी साहूकारों और बैंक से उधार ली थी।
आत्महत्या की घटना
30 जून 2025 की सुबह करीब 4:30 बजे, ख्याति ने अपनी चाची तृप्ति को फोन कर बताया कि वह और उनके माता-पिता बीमार हैं। जब तक शोभित का भाई शेखर दूसरी चाबी से फ्लैट खोलकर अंदर पहुंचा, शोभित और ख्याति बेडरूम में बिस्तर पर और सुचिता आंगन में बेहोश पड़े थे। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस ने उन्हें KGMU ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें सुचिता ने कर्ज और मायके वालों के दबाव का जिक्र किया था। नोट में लिखा था कि वे बैंक लोन और अन्य कर्जों के कारण परेशान थे। पुलिस को एक कोल्ड ड्रिंक की बोतल भी मिली, जिसमें संदिग्ध जहरीला पदार्थ (संभवतः सल्फास) मिलाया गया था। टूटी चूड़ियां और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए, जो तनाव की स्थिति दर्शाते हैं।
पुलिस और फोरेंसिक जांच
एसीपी चौक राजकुमार सिंह ने बताया कि जांच में पता चला कि विवेक और मुदिता धीरे-धीरे ससुराल की संपत्ति अपने बच्चों के नाम कर रहे थे। शोभित की आर्थिक तंगी का मुख्य कारण यह धोखा और कर्ज का दबाव था। फोरेंसिक टीम ने सुसाइड नोट, कोल्ड ड्रिंक की बोतल, और अन्य साक्ष्य कब्जे में लिए हैं। पुलिस का मानना है कि शोभित ने आत्महत्या की योजना पहले से बना ली थी, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले अपने घर की दूसरी चाबी भाई शेखर को दी थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी
शरद की शिकायत पर पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमॉर्टम हाउस से विवेक सिद्धार्थ और मुदिता को गिरफ्तार कर लिया। उन पर IPC की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को जेल भेज दिया गया है, और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
परिवार और पड़ोसियों का बयान
पड़ोसी देवेश पांडे और सुरेश वर्मा ने बताया कि शोभित सामाजिक और मिलनसार थे, लेकिन हाल के हफ्तों में उनके घर में असामान्य शांति थी। ख्याति भी स्कूल कम जा रही थी। पड़ोसियों ने कर्ज वसूली एजेंटों को शोभित के घर आते देखा था। शोभित के तीन भाइयों में सबसे बड़े शरद और शेखर राजा बाजार में रहते हैं। परिवार और पड़ोसियों में इस घटना से गहरा शोक है।