ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बहरीन में एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में 24 मई 2025 को कहा कि आतंकवाद का मूल स्रोत केवल पाकिस्तान है।
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल भारत की सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कठोर और सुसंगत नीति को रेखांकित करने के लिए वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों का हिस्सा है। ओवैसी ने बहरीन में प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत में कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकी समूहों को बढ़ावा देना, वित्त पोषण करना और समर्थन करना बंद नहीं करता, यह समस्या खत्म नहीं होगी।
ओवैसी का बयान
ओवैसी ने कहा, “हमारी सरकार ने हमें यहां भेजा है, और विभिन्न दलों के सदस्यों वाले अन्य प्रतिनिधिमंडल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में गए हैं, ताकि दुनिया को उस खतरे के बारे में पता चले जिसका भारत वर्षों से सामना कर रहा है। दुर्भाग्य से, हमने कई निर्दोष लोगों की जान गंवाई है। यह समस्या केवल पाकिस्तान से ही निकलती है।” उन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा, “इस नरसंहार की मानवीय त्रासदी पर विचार करें। एक महिला की शादी को छह दिन हुए थे, और सातवें दिन वह विधवा हो गई। एक अन्य महिला, जिसकी शादी को दो महीने हुए थे, ने भी अपने पति को खो दिया।”
उन्होंने भारत की रक्षा क्षमताओं पर जोर देते हुए कहा, “भारत के पास नागरिकों और देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी साधन उपलब्ध हैं। हमारी वायु रक्षा प्रणाली और युद्धक क्षमताओं ने पाकिस्तान जैसे असफल राज्य से शुरू होने वाली सभी धमकियों को सफलतापूर्वक रोक दिया और निष्प्रभावी कर दिया।”
पाकिस्तान को FATF ग्रे लिस्ट में वापस लाने की मांग
ओवैसी ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए बहरीन सरकार से पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ग्रे लिस्ट में वापस लाने के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को यह समझने का समय आ गया है कि भारत की एकता पर कोई समझौता नहीं होगा। मैं अनुरोध करता हूं कि बहरीन सरकार हमें FATF ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को वापस लाने में मदद करे, क्योंकि इस धन का उपयोग आतंकियों को समर्थन देने के लिए किया गया है।”
X पर पोस्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में वर्तमान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे कई आतंकी संगठन सक्रिय हैं, जो भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
यह प्रतिनिधिमंडल भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जो 33 वैश्विक राजधानियों में जाकर पाकिस्तान की आतंकी साजिशों और भारत की जवाबी कार्रवाई के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत करा रहे हैं। बैजयंत पांडा के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, फंगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद, और राजदूत हर्ष शृंगला शामिल हैं। यह दल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, और अल्जीरिया में नेताओं के साथ मुलाकात कर रहा है ताकि पहलगाम हमले और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया जा सके।
पहलगाम हमला और भारत की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। इस हमले ने भारत-पाकिस्तान तनाव को बढ़ा दिया, जिसके बाद 8-10 मई को पूंछ और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी गोलाबारी में 27 लोग मारे गए।
The post बहरीन में असदुद्दीन ओवैसी पाकिस्तान की पोल कहा ‘आतंकवाद केवल पाकिस्तान… appeared first on Live Today | Hindi News Channel.