इस्राइल और हमास के बीच दो साल से चले आ रहे खूनी संघर्ष को थामने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्री शांति योजना ने ऐतिहासिक मोड़ ले लिया है। योजना के पहले चरण पर सहमति बन गई है, और आधिकारिक दस्तावेज गुरुवार (9 अक्टूबर 2025) को मिस्र की राजधानी काहिरा में हस्ताक्षरित होंगे।
इसके बाद ट्रंप इस्राइल और मिस्र की यात्रा पर जाएंगे। यह योजना हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले की दूसरी वर्षगांठ के ठीक एक दिन बाद आई है, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। गाजा में इजरायली जवाबी कार्रवाई से 67,000 से अधिक फलस्तीनी (ज्यादातर महिलाएं-बच्चे) मारे गए, और लाखों बेघर हो गए। भुखमरी और मानवीय संकट चरम पर है। योजना काहिरा में अप्रत्यक्ष वार्ता से निकली है, जिसमें कतर, मिस्र और तुर्की मध्यस्थ बने।
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर कहा, “यह अरब-मुस्लिम दुनिया, इजरायल, पड़ोसी देशों और अमेरिका के लिए महान दिन है। कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों का धन्यवाद।” योजना हमास को सशस्त्र समूह से राजनीतिक ताकत में बदलने और गाजा को शांतिपूर्ण क्षेत्र बनाने पर केंद्रित है। आइए, समझौते के प्रमुख बिंदुओं पर नजर डालें:
संघर्षविराम के पहले चरण के प्रमुख प्रावधान
- तत्काल युद्धविराम और सैन्य स्थिरता: समझौते की घोषणा के तुरंत बाद सभी सैन्य गतिविधियां (हवाई हमले, तोपखाने की गोलाबारी) रोक दी जाएंगी। इजरायली सेना अपनी मौजूदा सीमाओं पर स्थिर रहेगी। हमास को भी कोई हमला न करने का वादा। यह चरण 72 घंटों में लागू होगा।
- बंधकों की रिहाई (प्रमुख फोकस): हमास 7 अक्टूबर 2023 हमले के बाद बंधक बनाए गए 48 इजरायली नागरिकों (20 जीवित, शेष मृतकों के अवशेष) को रिहा करेगा। बदले में इजरायल 250 आजीवन कारावास पाए फलस्तीनी कैदियों और 1,700 गाजा हिरासतियों (महिलाएं-बच्चे सहित) को मुक्त करेगा। प्रत्येक मृत इजरायली बंधक के बदले 15 फलस्तीनी शवों की रिहाई। रिहाई 72 घंटों के भीतर पूरी होनी है।
- मानवीय सहायता का प्रवाह: युद्धविराम के साथ तत्काल पूर्ण सहायता पहुंचेगी। इसमें बुनियादी ढांचे (पानी, बिजली, सीवेज), अस्पतालों-बेकरियों का पुनर्निर्माण, मलबा हटाने के उपकरण और राहत सामग्री शामिल। राफा क्रॉसिंग दोनों दिशाओं में खुल जाएगी। कतर ने पुष्टि की कि भुखमरी जैसे संकट को दूर करने के लिए सहायता प्राथमिकता होगी।
- हमास का निरस्त्रीकरण और क्षमादान: सभी बंधकों की रिहाई के बाद हमास सदस्यों को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का वादा करने पर क्षमादान। हथियारों का त्याग और विदेश जाने का सुरक्षित मार्ग। बाकी सदस्यों के लिए खरीद-वापसी योजना। स्वतंत्र मॉनिटर्स निगरानी करेंगे। हमास का गाजा में कोई राजनीतिक भूमिका नहीं रहेगी।
- गाजा का अस्थायी शासन: गाजा का प्रशासन एक तकनीकी-अराजनीतिक फलस्तीनी समिति को सौंपा जाएगा, जिसमें योग्य फलस्तीनी और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ शामिल। इसकी निगरानी “पीस बोर्ड” करेगा, जिसकी अध्यक्षता ट्रंप करेंगे। बोर्ड में टोनी ब्लेयर जैसे प्रमुख नेता होंगे। फलस्तीनी अथॉरिटी (PA) के सुधार के बाद गाजा PA को सौंपा जाएगा।
योजना का पृष्ठभूमि और वैश्विक प्रतिक्रिया
ट्रंप ने योजना को “निष्पक्ष और ऐतिहासिक” बताया। वार्ता में ट्रंप ने अपने दामाद जेरेड कुश्नर और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को भेजा, जबकि इजरायल का प्रतिनिधित्व रॉन डर्मर (नेतन्याहू के करीबी) ने किया। हमास ने प्रमुख हिस्सों (बंधक रिहाई) को स्वीकार किया, लेकिन निरस्त्रीकरण पर अस्पष्टता बरती। इजरायल ने योजना को मंजूरी दी, लेकिन नेतन्याहू ने PA की भूमिका पर सवाल उठाए।
- पीएम मोदी: योजना का स्वागत किया, नेतन्याहू की “मजबूत नेतृत्व” की सराहना।
- जॉर्डन: तत्काल युद्धविराम और दो-राज्य समाधान की अपील।
- पाकिस्तान: सकारात्मक कदम, लेकिन इजरायल को हमले रोकने की चेतावनी।
- तुर्की: हमास की प्रतिक्रिया का स्वागत।
- मिस्र: सहयोग पर जोर।
विशेषज्ञों का कहना है कि स्टिकिंग पॉइंट्स (हमास का विघटन, PA सुधार) योजना को पटरी से उतार सकते हैं, लेकिन यह दो वर्ष के युद्ध को समाप्त करने की दिशा में बड़ा कदम है।
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