प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में चैतन्य बघेल से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की। कांग्रेस के सदस्यों ने आरोप लगाया कि छापेमारी एक साजिश थी, जिसके चलते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर चल रही छापेमारी के बाद कांग्रेस के सदस्यों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं ने छापेमारी को पंजाब में कांग्रेस को रोकने और विपक्ष द्वारा संसद में उठाए जाने वाले अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए “केंद्र की साजिश” बताया।
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने छापेमारी को साजिश करार देते हुए कहा कि विपक्ष जब संसद में कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, तब सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा किया जा रहा है। खेड़ा ने दावा किया कि कुछ दिन पहले ही अदालत ने बघेल के खिलाफ मामला रद्द कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आज जब संसद सत्र शुरू हो रहा है, तो चारों ओर से घिरी भाजपा ने सुर्खियां बदलने और टैरिफ, गिरती अर्थव्यवस्था, मतदाता सूची में धोखाधड़ी आदि से देश का ध्यान भटकाने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री भूपेश बघेल जी के घर पर ईडी से छापेमारी करवा दी।’’
एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बोलते हुए खेड़ा ने कहा, “भाजपा को यह समझ लेना चाहिए कि वह न तो कांग्रेस को रोक पाएगी, न ही हमारे किसी नेता को। हम न डरते हैं, न डरेंगे।”
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में कांग्रेस के नेता सामने आए और उनके परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया। बघेल के घर के बाहर एकत्र हुए कांग्रेस नेताओं ने केंद्र पर साजिश का आरोप लगाया।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने प्रदर्शनकारियों में शामिल एक कांग्रेस कार्यकर्ता के हवाले से कहा, “राज्य में शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व को (भाजपा नीत) केंद्र द्वारा दुर्भावनापूर्ण इरादे से निशाना बनाया जा रहा है। हम केंद्र की साजिश के खिलाफ विरोध करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं।”
छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी कई कांग्रेस विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया और सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की, जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एएनआई के हवाले से कहा, “हम सभी जानते हैं कि ईडी पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पालतू कुत्ता बन गया है। वे इस कुत्ते को जहां चाहें भेज सकते हैं। भूपेश बघेल कांग्रेस के लिए एक मजबूत नेता रहे हैं और उन्होंने ये लड़ाई लड़ी है। कांग्रेस पार्टी और छत्तीसगढ़ की जनता उनके साथ खड़ी है। हम सभी जानते हैं कि भाजपा और आरएसएस द्वारा बनाए गए इन फर्जी आख्यानों को हराया जाएगा।”
भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया कि यह पंजाब में कांग्रेस को रोकने की साजिश है। अपने एक्स पोस्ट में बघेल ने कहा, “जब सात साल से चल रहा झूठा मामला कोर्ट से खारिज हो गया तो ईडी के मेहमान आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई आवास में घुस आए। अगर कोई इस साजिश के जरिए पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है तो यह गलतफहमी है।”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार 10 मार्च को धन शोधन से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से जुड़ी संपत्तियों सहित 14 से अधिक स्थानों पर छापे मारे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विशु देव साय ने छापेमारी और चल रहे विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस सरकार के दौरान हुए घोटालों के बारे में सभी जानते हैं और केंद्रीय एजेंसियां इन घोटालों की जांच कर रही हैं। कई लोग जेल में हैं, जबकि कुछ जेल जाने की तैयारी कर रहे हैं। राज्य सरकार इसमें शामिल नहीं है।”
The post कांग्रेस ने चैतन्य बघेल के खिलाफ ईडी की छापेमारी का विरोध किया, केंद्र पर लगाया साजिश का आरोप, कहा ‘सुर्खियां बटोरने की साजिश’ appeared first on Live Today | Hindi News Channel.