Aawaz News सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ
जौनपुर। आकंठ भ्रष्टाचार और लापरवाही की सारी हदे पार चुके जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का सोमवार 15 जुलाई को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम ने औचक निरीक्षक किया तो जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की ऐसी पोल खुली कि जांच अधिकरी भी दंग रहे। निरीक्षण के समय जिला विद्यालय निरीक्षक खुद उपस्थित नही थे।
सीडीओ द्वारा निरीक्षण के समय मिला कि 03 मृतक आश्रितों की पत्रावली माह फरवरी, 2024 के बाद बिना किसी कार्यवाही के रखी हुई है। इस सीडीओ ने सम्बन्घित पटल सहायक राजेश गुप्ता को फटकार लगाते हुए पत्रावली के नियमानुसार निस्तारण होने तक इनका वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक को दे दिया। उन्हे यह भी सचेत किया गया कि वे स्वयं समस्त पटलों का निरीक्षण कर सेवा सम्बन्धी अन्य सभी प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित करे एवं निरीक्षण आख्या प्रेषित करें।
उपस्थिति पंजिका के अवलोकन में लेखाकार आरिफ हसन, वरिष्ठ सहायक, सुरेन्द्र कुमार मौर्य, वरिष्ठ सहायक श्रीमती निर्मला, कनिष्ठ सहायक श्रुति श्रीवास्तव एवं परिचारक नरेन्द्र कुमार, अनुपस्थित मिले, सभी का एक दिन 15 जूलाई 2024 का वेतन अवरूद्ध करते हुए स्पष्टीकरण प्राप्त करने आदेश दिया। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ सहायक संजय कुमार उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के उपरान्त कार्यालय से गायब रहे। इनका पूरे माह का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण देने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर एवं कार्यालय के अन्दर कमरों में पर्याप्त गन्दगी दिवालों पर पान थूका हुआ पाया गया। कार्यालय कक्ष में फाईले बतरतीब ढंग से कपडे में बांध कर आलमारियों के ऊपर एवं अगल-बगल में अव्यस्थित रूप से रखी गयी थी, जिस पर काफी गन्दगी व धूल जमा थी। कार्यालय के महिला शौचालय में गन्दगी थी शौचालय में पत्रावलियॉ भी रखी पायी गयी, जिसके लिए सम्बन्धित पटल सहायक एवं लेखाधिकारी को फटकार लगाते हुए पत्रावलियॉ स्टोर में संरक्षित करने के निर्देश दिये गये।
सीडीओ के निरीक्षण के समय शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित थे, जिनसे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संवाद करके शिक्षको के लम्बित प्रकरण एवं समस्याओं के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। वार्ता के उपरान्त जिला विद्यालय निरीक्षक को आर्देशित किया गया कि शिक्षक संघ के पदाधिकारियो के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निदान करते हुए अपनी आख्या प्रेषित करें।
बता दे प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अनुपालन में उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाने का अभियान चलाने का निर्णय जिला प्रशासन ने ले रखा है तथा कमियॉ परिलक्षित होने पर उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।