
आजमगढ़, 28 मई: उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ और जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ के निर्देशानुसार आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अंकित वर्मा द्वारा जिला कारागार, आजमगढ़ का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जेल में चल रही विधिक सेवाओं और सुविधाओं का गहन अवलोकन किया गया।
निरीक्षण की शुरुआत लीगल एड क्लीनिक से की गई, जहां पर नियुक्त पराविधिक स्वयंसेवकों के अभिलेख और निःशुल्क विधिक सहायता रजिस्टर की जांच की गई। सभी अभिलेखों में आवश्यक सूचनाएं विधिवत दर्ज पाई गईं। क्लीनिक के बाहर सुझाव पेटिका भी स्थापित पाई गई, जिसे लेकर सचिव ने निर्देशित किया कि सभी बंदियों को इसके उपयोग की जानकारी दी जाए।
पाकशाला निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि मेनू प्रतिदिन प्रदर्शित किया जाता है। आज के मेनू में आलू-कद्दू की सब्जी, उड़द की दाल, चावल और रोटी शामिल थे। पाकशाला में सफाई, स्वच्छता और पेयजल की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। शौचालय भी औसतन स्वच्छ मिले।
गर्मी से राहत के लिए जगह-जगह घड़े में पीने का पानी उपलब्ध कराया गया है। मुलाकातियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था और शेड भी उपलब्ध हैं। बाल बैरक निरीक्षण के दौरान बताया गया कि कारागार में कुल 54 बाल बंदी हैं, जिनमें से 5 को आज पेशी के लिए भेजा गया था।
निरीक्षण के पश्चात विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बंदियों की समस्याएं सुनी गईं और उनके समाधान हेतु जेल प्रशासन और लीगल एड डिफेंस काउंसिल टीम को दिशा-निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर जेल अधीक्षक आदित्य कुमार, जेलर रामनरेश गौतम, डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह, प्रवीण कुमार सिंह (डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल), संदीप कुमार यादव (असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसिल) तथा जेल के पराविधिक स्वयंसेवक उपस्थित रहे।