गाली-गलौज, धमकी और महिला स्टाफ व बुजुर्ग गार्ड के साथ बदसलूकी के हैं आरोप
सोशल मीडिया के जरिए हॉस्पिटल व डॉक्टरों की छवि बिगाड़ने का भी आरोप
आजमगढ़: निजी अस्पताल में बवाल करने के मामले में आखिरकार 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। लछिरामपुर स्थित वेदांता हॉस्पिटल के मैनेजर संजय सिंह ने पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़ को एक शिकायती पत्र सौंपकर मरीज के परिजनों और उनके दोस्तों पर गंभीर आरोप लगाए थे। शिकायत के अनुसार, 27 अप्रैल 2025 को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल शिवकुमार पुत्र अशोक कुमार, निवासी मिल्कीपुर, आजमगढ़) को उनके बहनोई पवन मद्धेशिया द्वारा 28 अप्रैल 2025 को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। संजय सिंह के अनुसार, मरीज को पहले मऊ और आजमगढ़ के जिला अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जहां से उनकी गंभीर हालत के चलते हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया था। पवन मद्धेशिया के आग्रह और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वेदांता हॉस्पिटल में मरीज को भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज के बचने की संभावना बहुत कम थी। इलाज के बावजूद हालत में सुधार न होने पर परिजनों को 28 अप्रैल की रात 9 बजे स्थिति से अवगत कराया गया। हॉस्पिटल के मैनेजर संजय सिंह द्वारा शिकायत में कहा गया है कि रात करीब 12 बजे पवन मद्धेशिया और उनके दोस्त भरत मद्धेशिया 10-12 लोगों के साथ हॉस्पिटल पहुंचे और ICU में जबरन प्रवेश की कोशिश की। गार्ड द्वारा रोकने पर उन्होंने गाली-गलौज, धमकी और महिला स्टाफ व बुजुर्ग गार्ड के साथ बदसलूकी की। सुबह मरीज को हायर सेंटर रेफर करने और बिल भुगतान की बात पर परिजनों ने हंगामा किया और झूठे आरोप लगाए। सामाजिक मध्यस्थता के बाद बिल माफ कर दिया गया, लेकिन परिजनों ने मरीज को जीवित अवस्था में ले जाते समय हॉस्पिटल को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि परिजन सोशल मीडिया के जरिए हॉस्पिटल और डॉक्टरों की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे हॉस्पिटल स्टाफ को मानसिक पीड़ा हो रही है। तहरीर में उन्होंने बताया कि वेदांता हॉस्पिटल पूर्वांचल के प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक है और ECHS, CGHS, आयुष्मान भारत योजना जैसी योजनाओं से जुड़ा है, जिससे क्षेत्र की जनता लाभान्वित होती है। घटना 28 अप्रैल 2025 को सुबह 8:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच की बताई गई है। मैनेजर ने पुलिस से FIR दर्ज कर उचित कार्रवाई की मांग की । पुलिस ने पवन मद्धेशिया, भरत मद्धेशिया सहित करीब 12 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74, 352,351(3) और 3(5) के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।