ज्यादा धन कमाने के लिए आटो चालक ने बना लिया चोरों का गिरोह
महिला यात्रियों पर रखते थे नजर और बैठाने के बाद खाली करते थे बैग
आजमगढ़: प्रभारी निरीक्षक सिधारी शशिचन्द चौधरी के निर्देशन में पुलिस ने बेलइसा रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बउरहवा बाबा मंदिर के पास से रविवार की देर रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले आटो चालक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त आटो रिक्शा, लगभग ढाई लाख के जेवर, मोबाइल और आठ हजार नकदी बरामद किया। पकड़ा गया अंशुल प्रताप गौतम उर्फ लकी मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गजहड़ा का निवासी बताया गया है। पूछताछ में उसने जो राज खोले वह चौंकाने वाले रहे। बताया कि पिता के नाम के आटो से सवारी ढोने का काम करता है, लेकिन कम समय में ज्यादा धन कमाने के लिए चोरी के लिए गिरोह बना लिया। चौराहे-तिराहे पर बैग लिए व बैग में ताला लगाए खासकर महिला यात्रियों पर नजर रखते हैं। कोई महिला बैग में ताला लगाए दिखती तो तुरन्त अपने आटो से उसके पास जाकर छोडऩे के लिए कहते हैं। यात्री के बैठने पर अन्य सवारी बैठाने का बहाना बनाकर बैग को पीछे रखने के लिए कहा जाता है और उसके बाद पीछे बैठे मेरे दो साथी नुकीले औजार से बिना ताला तोड़े चेन को खोलकर कीमती सामान, गहना व रुपये चुरा लेते हैं। दूसरा साथी सवारी को बातों में उलझाए रहता है। घटना को अंजाम देने के बाद कोई इमरजेंसी का बहाना बनाकर सवारी को उतारकर किसी अन्य वाहन से आने को बताकर मौके से फरार हो जाते हैं। हम लोग अपनी सुविधानुसार चोरी के आभूषण को राह चलते व्यक्तियों को अपनी मजबूरी बताकर बेच देते हैं तथा पैसे को बराबर बांट लेते हैं। राहगीरों को गहने इसलिए बेचते हैं कि अगर वह पकड़े भी जाएं तो यह न बता सकें कि किससे खरीदे हैं। आरोपित ने कई घटनाओं में संलिप्तता और अपने तीन साथियों के बारे में जानकारी दी।