

जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय शिक्षक संघ (UPSCTA) के पदाधिकारियों ने कुलपति एवं वित्त अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संघ की ओर से शिक्षकों और प्राचार्यों का डाटा समर्थ पोर्टल पर अपलोड, मूल्यांकन पारिश्रमिक के लंबित भुगतान और सेल्फ फाइनेंस शिक्षकों को पीएचडी गाइड (शोध निर्देशक) बनाए जाने की मांग की गई।
📑 समर्थ पोर्टल पर डाटा अपलोड और यूनिक आईडी की मांग
संघ के अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर सिंह एवं महामंत्री डॉ. निलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में करीब दो दर्जन शिक्षक पदाधिकारी विश्वविद्यालय पहुंचे। ज्ञापन में मांग की गई कि सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षकों का डाटा समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया जाए और उन्हें यूनिक आईडी प्रदान की जाए, जिससे मूल्यांकन एवं अन्य कार्यों के लिए बार-बार अनुमोदन, विस्तारण, सैलरी स्टेटमेंट जैसी औपचारिकताओं से बचा जा सके।
💸 मूल्यांकन पारिश्रमिक भुगतान में देरी से शिक्षकों में आक्रोश
शिक्षकों ने बताया कि विषम सेमेस्टर 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का पारिश्रमिक अब तक नहीं दिया गया, जिससे सैकड़ों शिक्षकों को आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है। वित्त अधिकारी संतोष कुमार शर्मा को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद उन्होंने बैंक अधिकारियों से बात कर एक सप्ताह के भीतर भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जिससे शिक्षकों को राहत मिली।
🎓 पीएचडी गाइड बनने की योग्यता पर उठे सवाल
शिक्षक संघ ने कुलपति को सौंपे ज्ञापन में यह भी मांग की कि सेल्फ फाइनेंस शिक्षकों को पीएचडी शोध निर्देशक बनाए जाने में कोई भेदभाव न किया जाए। उन्होंने तर्क दिया कि जब यह शिक्षक समान योग्यता, वेतन और सेवा शर्तों पर कार्य कर रहे हैं, तो उन्हें भी शोध निर्देशन का अवसर मिलना चाहिए।
👥 मौके पर उपस्थित रहे शिक्षक नेता
इस अवसर पर डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, डॉ. सलीम खान, डॉ. संजीव सिंह, डॉ. रविंद्र त्रिपाठी, डॉ. सतीश चंद्र दुबे, डॉ. सीमा सिंह, डॉ. संतोष सिंह, डॉ. इंद्र सिंह, डॉ. पिंटू गुप्ता, डॉ. निजामुद्दीन, डॉ. पूजा उपाध्याय, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. शशिकांत, और डॉ. श्रद्धा दुबे सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।