मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर)। नगर के प्रतिष्ठित हिंदू इंटर कॉलेज में व्याप्त भ्रष्टाचार, फर्जी प्रबंध समिति गठन और जमीन हड़पने जैसे गंभीर मामलों के खिलाफ जजसिंह अन्ना ने सोमवार से कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया।
इससे पहले, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रदेश सचिव राजनाथ यादव के नेतृत्व में डीएम कार्यालय के समक्ष जोरदार धरना-प्रदर्शन किया गया था, जिसमें शिक्षा विभाग और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
प्रबंध समिति गठन में फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप
धरनास्थल पर अनशनकारियों ने आरोप लगाया कि कॉलेज में वर्तमान प्रबंध समिति को कूट रचित और स्वरचित सूची के आधार पर गठित किया गया है। उन्होंने मांग की कि इस समिति को तत्काल निरस्त कर 1985 के पूर्व की वैध सूची से नए सिरे से चुनाव कराया जाए।
अनशन में यह भी आरोप लगाया गया कि—
- कॉलेज की पांच बीघा पांच विस्सा भूमि को अवैध रूप से हड़प लिया गया है, जिसे वापस दिलाया जाए।
- चुनाव प्रक्रिया में मृतकों जैसे राम अछैबर पांडेय और गिरिजाशंकर दुबे के नामों का दुरुपयोग कर फर्जी हस्ताक्षर दिखाए गए।
- तीन वर्ष के लिए चुनी गई फर्जी प्रबंध समिति का कार्यकाल पांच वर्ष तक बढ़ा दिया गया।
- हाईकोर्ट के आदेशों की अनदेखी कर कार्यवाहियां की गईं।
- प्रबंध समिति के निरस्त होने के बावजूद प्रबंधक द्वारा बैंक से धन निकासी की गई।
विवेचना में गड़बड़ी का आरोप, पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की मांग
धरने के दौरान थाना मुंगराबादशाहपुर में तैनात तत्कालीन विवेचक एसआई राजेंद्र प्रसाद की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। अनशनकारियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने एफआईआर के विपरीत जांच कर पूरे प्रकरण को प्रभावित किया। इस मामले की स्वतंत्र जांच कर उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की मांग की गई।
संघर्ष को मिल रहा व्यापक समर्थन
इस आंदोलन को हिंदू इंटर कॉलेज मुक्ति मोर्चा और कई सामाजिक संगठनों का सहयोग प्राप्त है।
धरने में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
- पूर्व अपर महानिदेशक, भारत सरकार एवं संघर्ष समिति अध्यक्ष राधेश्याम पांडेय
- जय प्रकाश दूबे, लाल बहादुर पाल, बाबू राम पटेल
- महिला अध्यक्ष रेखा सिंह, सुशील फौजी, नवल किशोर गुप्त
- चंद्रशेखर शुक्ला, गिरीश गौड़, अशोक कुमार, अजय मौर्य, बृजेश कुमार गुप्त आदि।