
जौनपुर।
सरकारी प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के विरोध में समाजवादी मजदूर सभा एवं समाजवादी महिला सभा के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। धरने के पश्चात जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया।
धरना स्थल पर उपस्थित समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव अमित यादव ने कहा कि “उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का तानाशाही रवैया किसानों और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर रहा है। जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से शिक्षण संस्थानों को योजनाबद्ध तरीके से कमजोर किया जा रहा है। यदि सरकार के पास विद्यालय संचालन हेतु बजट की कमी है, तो आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा पर खर्च किए जा रहे बजट में 50% की कटौती कर यह पूर्ति की जा सकती है। सरकार की प्राथमिकता पाठशाला होनी चाहिए, मधुशाला नहीं।”
समाजवादी महिला सभा की जिलाध्यक्ष शर्मीला रमेश यादव ने अपने संबोधन में कहा, “सरकारी विद्यालयों के बंद होने से जहां गरीब बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है, वहीं मिड-डे मील योजना से जुड़ी हजारों रसोइयों की रोज़ी-रोटी पर भी संकट खड़ा हो गया है।”
इस विरोध प्रदर्शन में कई समाजवादी कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। प्रमुख उपस्थितजनों में
आनंद पांडे, उषा जायसवाल, अमरेंद्र यादव, साहब लाल गौतम, मनोज शर्मा, मालती निषाद, आरिफ हबीब खान, ऋषि यादव, आर. बी. यादव, तारा त्रिपाठी, सीमा खान, सीमा यादव, शशिकला कन्नौजिया, सुधा गौतम, संगीता प्रजापति, और प्रदीप यादव आदि के नाम प्रमुख हैं।