तिरंगा साइकिल यात्रा का दूसरा दिन
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा 24 से 26 मार्च 2025 तक आयोजित तीन दिवसीय तिरंगा साइकिल यात्रा के दूसरे दिन का शुभारंभ वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. राहुल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर जंगी महाविद्यालय, असबरनपुर, जलालपुर, जौनपुर से किया।
दहेज मुक्त भारत और नशा मुक्त भारत की शपथ
साइकिल यात्रा की शुरुआत से पहले छात्रों को योगाचार्य स्वदेश कुमार (तहसील प्रभारी, युवा भारत) ने योग कराया। इसके बाद टीडी कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. एस.के. वर्मा ने छात्र-छात्राओं को दहेज मुक्त भारत और नशा मुक्त भारत की शपथ दिलाई।
इस दौरान राजभवन, लखनऊ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले विधि छात्र अभिनव कीर्ति पांडेय ने विकसित भारत की संकल्पना विषय पर भाषण दिया।
तीर्थस्थलों पर प्रार्थना और समाज सुधार की शपथ
इसके बाद साइकिल यात्रा त्रिलोचन महादेव पहुंची, जहां छात्रों ने मंदिर में दर्शन कर विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रार्थना की। इसके पश्चात यात्रा हरि महाविद्यालय लहंगपुर पहुंची, जहां प्रो. राकेश कुमार यादव ने छात्रों को नशा मुक्त भारत और दहेज मुक्त भारत की शपथ दिलाई।
यहां भी अभिनव कीर्ति पांडेय ने विकसित भारत की संकल्पना पर अपने विचार रखे।
शहीदों को श्रद्धांजलि और शहीद संजय सिंह के पिता की नम आंखें
इसके बाद यात्रा सेवंसीपुर, पराऊगंज, मखदूमपुर, भोलागंज बाजार, थानागद्दी और केराकत होते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस, अशोक स्तंभ और सरायवीर चौराहे पहुंची, जहां शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
यात्रा भौरा गांव पहुंची, जहां छात्रों ने शहीद संजय कुमार सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से भेंट की। विश्वविद्यालय परिवार की ओर से मानपत्र, अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया, जिसे पाकर शहीद संजय सिंह के पिता श्याम नारायण सिंह की आंखें नम हो गईं।
इसके बाद 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के रणबांकुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यात्रा सेनापुर गांव के शहीद स्तंभ पहुंची।
यात्रा का समापन और रात्रि विश्राम
साइकिल यात्रा देवकली होते हुए शुभ कान्हा संस्थान, मुफ्तीगंज पहुंची, जहां दूसरे दिन की यात्रा समाप्त हुई और रात्रि विश्राम किया गया।
महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्ति
इस ऐतिहासिक यात्रा में विश्वविद्यालय व समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सहभागिता की, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल रहे:
- शिक्षा जगत:
- जंगी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मीता राम पाल
- प्रो. एस.के. वर्मा (टीडी कॉलेज)