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Jaunpur News पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन

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पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन

जौनपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (नवीन) के प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव के आह्वान पर मंगलवार को जनपद के सभी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जौनपुर जिलाध्यक्ष राज केसर यादव ने किया। शिक्षकों ने एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) और यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) का जोरदार विरोध किया और पुरानी पेंशन बहाली (ओपीएस) की मांग उठाई।

प्रदर्शन के बाद प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव की उपस्थिति में पुरानी पेंशन बहाली सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री संबोधित जिला प्रशासन को सौंपा गया

शिक्षकों की प्रमुख मांगें

  1. पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली।
  2. एनपीएस और यूपीएस जैसी योजनाओं को समाप्त किया जाए।
  3. विद्यालयों का राजकीयकरण और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा कि “लाखों शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारियों के भविष्य से जुड़ी पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर दिया गया और इसके स्थान पर एनपीएस और अब यूपीएस जैसी अनिश्चित और जोखिम भरी योजनाएं थोपी जा रही हैं। यह शिक्षकों के बुढ़ापे के साथ अन्याय है।” उन्होंने आगे कहा कि यूपीएस योजना एनपीएस से भी खराब है, जिसमें वेतन से 10% कटौती की जाती है लेकिन पेंशन 25 वर्षों की सेवा पूरी करने के बाद ही मिलेगी। जब नौकरी ही 40-42 वर्ष की उम्र में मिलेगी, तो शिक्षकों को पेंशन का लाभ कैसे मिलेगा?

शिक्षकों की कड़ी प्रतिक्रिया

  • जिलाध्यक्ष राज केसर यादव ने कहा कि सरकार यदि एनपीएस और यूपीएस का विकल्प दे रही है, तो ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) का भी विकल्प देना चाहिए।
  • जिला संरक्षक डॉ. सुनील कांत तिवारी ने विद्यालयों के राजकीयकरण और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा के लिए धारा 21 को नए आयोग में शामिल करने की मांग की।
  • जिला मंत्री रामसूरत वर्मा ने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाली को प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए और करोड़ों शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी व अर्धसैनिक बलों के हितों की रक्षा करनी चाहिए।

शिक्षकों के इस प्रदर्शन को जनपदभर में समर्थन मिला और वे अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह एकजुट नजर आए।

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