
जौनपुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) डॉ. गोरखनाथ पटेल ने 23 अगस्त 2025 को विकासखंड रामनगर के कई परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मिली गंभीर कमियों पर सख्त रुख अपनाते हुए लापरवाह शिक्षकों का वेतन और मानदेय अवरुद्ध कर दिया गया।
जवन्सीपुर प्राथमिक विद्यालय की स्थिति
निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय जवन्सीपुर में कई खामियां पाई गईं।
एमडीएम मेन्यू के अनुसार भोजन तो बना था, लेकिन व्यय पंजिका और स्टॉक पंजिका प्रस्तुत नहीं की गई।
कक्षा 4 के छात्र ‘स्वदेश’ शब्द तक सही नहीं लिख पाए।
82 नामांकित छात्रों में 47 की उपस्थिति दर्ज थी, किंतु मौके पर सिर्फ 23 छात्र उपस्थित मिले।
विद्यालय की दीवारों पर टीएलएम नहीं चस्पा किए गए थे और कक्षाओं में जाले व गंदगी मिली।
इन गंभीर कमियों को देखते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक भुवनेश कुमार पाण्डेय का वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया और सभी स्टाफ को लिखित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया।
सोरहां प्राथमिक विद्यालय की तस्वीर
प्राथमिक विद्यालय सोरहां में निरीक्षण के समय—
शिक्षामित्र रवीन्द्र सिंह बिना अनुमति के अनुपस्थित पाए गए।
प्रधानाध्यापक विद्यालय बंद कर चले गए थे, जिसके बाद ताला खुलवाकर निरीक्षण किया गया।
45 नामांकित छात्रों में 22 की उपस्थिति दर्ज थी।
विद्यालय प्रांगण गंदगी से भरा मिला, घास उगी हुई थी और हैंडवाश की टोटियां टूटी हुई थीं।
इस पर प्रभारी प्रधानाध्यापक का वेतन रोक दिया गया और अनुपस्थित शिक्षामित्र का मानदेय भी अवरुद्ध कर दिया गया।
बीएसए की सख्त चेतावनी
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा,
> “शिक्षा की गुणवत्ता और उत्तरदायित्व में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहाँ लापरवाही होगी, वहाँ कार्रवाई तय है, और जहाँ समर्पण होगा, वहाँ सम्मान भी मिलेगा।”