
जौनपुर। सिकरारा थाना क्षेत्र के सई नदी स्थित बरगुदर पुल के नीचे एक झोले में नवजात शिशु मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
सुबह टहलने निकले ग्रामीणों ने जब बच्चे की रोने की आवाज सुनी, तो पास जाकर देखा — एक झोले में एक दिन का नवजात शिशु पड़ा हुआ था।
सूचना मिलते ही सिकरारा पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को सुरक्षित रूप से स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया। फिलहाल नवजात की हालत सामान्य बताई जा रही है।
नवजात के इस तरह नदी किनारे फेंके जाने की घटना से ग्रामीणों में गहरी नाराजगी और संवेदना दोनों देखने को मिली। लोग आपस में चर्चा करते नजर आए कि जिस मां ने जन्म देकर अपने बच्चे को फेंक दिया, वह इंसानियत के किस स्तर पर पहुंच चुकी है।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले ऐसी घटनाओं को “पाप छुपाने की कोशिश” कहा जाता था, लेकिन अब ऐसी सोच को समाज मानवता के खिलाफ अपराध मानने लगा है।
लोगों का कहना है कि मां शब्द की पवित्रता ऐसे कृत्यों से कलंकित हो रही है, क्योंकि ऐसा अमानवीय कार्य किसी सामान्य व्यक्ति का नहीं बल्कि निर्दय सोच का परिणाम हो सकता है।