जफराबाद (जौनपुर), 9 मार्च | वसीरपुर गांव में 2 फरवरी को हुए गोलीकांड में कोर्ट के आदेश पर 15 से अधिक लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में पहले सिर्फ एक पक्ष पर कार्रवाई हुई थी, लेकिन अब कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दूसरे पक्ष के लोगों पर भी हत्या के प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
गांव के प्रधान प्रतिनिधि रामहित निषाद और बीडीसी सदस्य मनीष कुमार के बीच प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वे को लेकर विवाद हुआ था। यह विवाद इतना बढ़ गया कि गोलीबारी हो गई, जिसमें मनीष कुमार और सूरज कुमार घायल हो गए थे। घटना के बाद रामहित निषाद समेत पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
हालांकि, रामहित निषाद का आरोप था कि पुलिस ने उनके बार-बार कहने के बावजूद दूसरे पक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उनकी पत्नी निर्मला देवी ने एसीजे (एसडी) कोर्ट द्वितीय में रिट दायर की, जिसमें उन्होंने दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।
निर्मला देवी ने कोर्ट में क्या कहा?
निर्मला देवी के अनुसार, बीडीसी सदस्य मनीष कुमार और उनके पिता उमाशंकर के नेतृत्व में भारी संख्या में लोग उनके घर पर हमला करने आए। उन्होंने आरोप लगाया कि:
✔️ घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई और CCTV कैमरे तोड़ दिए गए।
✔️ रामहित निषाद ने आत्मरक्षा में लाइसेंसी रिवॉल्वर से फायरिंग की।
✔️ हमलावरों ने रामयश की दुकान में तोड़फोड़ कर 10 हजार रुपये नकद और सामान लूट लिया।
✔️ **पंकज, सचिन समेत कई लोगों पर जान