जौनपुर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में “एक राष्ट्र, एक चुनाव” विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार में प्रभारी मंत्री ए. के. शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने की, जबकि संचालन जिला महामंत्री सुशील मिश्र ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर की गई। इससे पहले, जौनपुर आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया।
“वन नेशन, वन इलेक्शन भारत की आवश्यकता” — ए.के. शर्मा
मुख्य अतिथि ए.के. शर्मा ने कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव” सिर्फ बहस का विषय नहीं, बल्कि समय की आवश्यकता है। बार-बार होने वाले चुनावों से विकास कार्य बाधित होते हैं और भारी आर्थिक व्यय होता है। अगर सभी चुनाव एक साथ हों, तो न केवल समय की बचत होगी बल्कि देश की विकास योजनाओं को गति भी मिलेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “यह पहल राजनीतिक दलों की आपसी सहमति के बाद ही लागू की जाएगी।”
गिरीश यादव ने दिए ऐतिहासिक संदर्भ
राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि चुनाव आयोग ने 1983 में इस विचार पर सुझाव दिया था और विधि आयोग ने 1999 में इसकी सिफारिश की थी। इसके बाद 2015 और 2018 में संसद की स्थायी समितियों ने एक साथ चुनाव कराने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
पुष्पराज सिंह ने ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख किया
भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने बताया कि 1951-52 से 1967 तक भारत में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे, लेकिन बाद में यह चक्र टूट गया। आज देश में हर वर्ष या वर्ष में कई बार चुनाव होते हैं, जिससे भारी सरकारी खर्च होता है।
सीमा द्विवेदी: करदाताओं के पैसे की होगी बचत
राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने कहा, “बार-बार चुनाव होने से क्षेत्रीय दलों पर आर्थिक बोझ बढ़ता है। एक बार में चुनाव कराने से यह बोझ घटेगा और करदाताओं के पैसे जनता की भलाई में लगाए जा सकेंगे।”
अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी दिए समर्थन
विधायक रमेश मिश्रा: आचार संहिता के बार-बार लागू होने से बचा जा सकेगा और कालेधन पर रोक लगेगी।
एमएलसी बृजेश सिंह: यह चुनाव सुधार की दिशा में बड़ा कदम है।
कृपाशंकर सिंह: सुरक्षा बलों और अधिकारियों को अपने मुख्य कार्यों से लंबे समय तक हटना पड़ता है, जिससे विकास बाधित होता है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्य, सीमा सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, तथा प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।