थानागद्दी (जौनपुर)। तीन साल से कोमा में रहे सीआरपीएफ जवान अजय कुमार मौर्या (34) का इलाज के दौरान निधन हो गया। जवान का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक गांव बेहड़ा (कोतवाली केराकत) पहुंचा, तो परिवार में कोहराम मच गया। आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
चार साल से थे गंभीर रूप से बीमार
अजय कुमार मौर्या 2011 में सीआरपीएफ में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए थे। चार साल पहले उन्हें ब्रेन ट्यूमर हो गया था, जिसका इलाज दिल्ली के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। ऑपरेशन के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और वे तीन साल से कोमा में थे। शनिवार रात इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
परिवार में मचा कोहराम
मौत की खबर मिलते ही पिता दया शंकर मौर्या बेहोश हो गए। जवान के बड़े भाई विजय कुमार ने बताया कि चार भाइयों में अजय सबसे छोटे थे। जवान की पत्नी सरिता मौर्या और दो बच्चे आरव (7 वर्ष) और आर्यन (3 वर्ष) के सिर से पिता का साया उठ गया।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई
सोमवार सुबह अजय मौर्या का पार्थिव शरीर बेहड़ा गांव लाया गया, जहां सीआरपीएफ के जवानों ने उदयचंदपुर गोमती घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। पूरे सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया।
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