
आवाज़ न्यूज़ ब्यूरो | जौनपुर
कलेक्ट्रेट अधिवक्ता संघ जौनपुर द्वारा सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। अधिवक्ताओं का आरोप था कि डीएम ने बिना पक्ष सुने एक बाहरी व्यक्ति को जेल भेज दिया, जो न्याय व्यवस्था और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।
प्रदर्शन की अगुवाई कलेक्ट्रेट अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष घनश्याम सिंह ने की, जबकि महासचिव मनोज मिश्रा समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे। अधिवक्ताओं ने प्रशासन पर तानाशाही रवैये का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और डीएम से वार्ता की मांग की।
अधिवक्ताओं का कहना था कि जब उन्होंने डीएम से वार्ता की कोशिश की, तो उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया, जिससे वकीलों में आक्रोश फैल गया।
हालांकि विरोध के कुछ देर बाद जिलाधिकारी जौनपुर ने अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी साझा की। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था के तहत कार्रवाई की गई थी, जिससे अधिवक्तागण संतुष्ट हो गए और विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
डीएम ने कहा, “अधिवक्ताओं को जब सही जानकारी दी गई, तो उन्होंने जिम्मेदारीपूर्ण रवैया अपनाते हुए प्रदर्शन खत्म कर दिया। मैं उनके सहयोग की सराहना करता हूं।”