
जौनपुर। मोहल्ला नई आबादी सेंट थॉमस रोड इमाम चौक मरहूम मोहम्मद युसूफ के आवास से जुलूस-ए-चेहलुम बड़ी अकीदत और एहतराम के साथ निकाला गया। जुलूस में शबीहे आलम, जुल्जना, ताबूत, ताजिया और ऊंट पर आमारी शामिल रही।
जुलूस की सोज़ख़्वानी डॉ. अबरार और सैफ भादवी ने की। पहली मजलिस जनाब मौलाना वसी मोहम्मद खान साहब (इमाम-ए-जुमा, चमवा) ने पढ़ी, जिसमें उन्होंने इमाम हुसैन (अ.स.) का ज़िक्र और जनाब-ए-जैनब (स.अ.) के मसायब बयान किए। उनकी दिल को छू लेने वाली तकरीर सुनकर मजलिस में बैठे लोगों की आंखें नम हो गईं।
मजलिस के बाद अंजुमन हैदरी, अंजुमन मक़दूम मेहदी आज़मगढ़, अंजुमन परवाने शब्बीर राजापुर, अंजुमन अलमदारिया खानबाई, अंजुमन गुलशन-ए-अब्बास, अंजुमन अब्बास शाहापुर, अंजुमन हुसैनिया सैदपुर, अंजुमन मोइनुल मोमिनीन भादी और अंजुमन अब्बासिया सैदपुर की टीमों ने पुरदर्द नौहा पढ़ा।
जुलूस के दौरान रोडवेज पर मौलाना मोसिम रज़ा, कमरुद्दीन बाड़ा पर मौलाना शहज़ाद खान साहब सुल्तानपुरी, डाकखाना तिराहे पर मौलाना मासूम रज़ा कैफ़ी साहब और घास चौराहे पर जाफ़र मेहदी खान साहब ने तकरीर पेश की। अलविदाई तकरीर आबिद रज़ा रिज़वी साहब ने पढ़ी।
जुलूस का संचालन जनाब अरसल रज़ा साहब और वारिस सिराजी साहब ने किया। जुलूस में हज़ारों की संख्या में मोमिन, मोमिनात और बच्चे शरीक हुए। मौके पर आलिम, मुशीर, सिराज, दिलावर, इरफान अली, अहमद, इंतिज़ार, मुर्तुज़ा, राजू (पूर्व सभासद) सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
जुलूस की ओर से गुफ़रान अहमद ने सभी आए हुए अकीदतमंदों का आभार व्यक्त किया।