खुटहन (जौनपुर), आवाज़ न्यूज़।
इमामपुर गांव में उस वक्त मातम पसर गया जब बेटे की शादी से एक दिन पहले ही पिता की हृदयाघात से मौत हो गई। खुशियों से भरे घर में अचानक चीख-पुकार गूंज उठी।
गांव निवासी महेंद्र मोदनवाल (उम्र 56 वर्ष) के बेटे संदीप की बारात 20 अप्रैल को वाराणसी जानी थी। घर में शादी की रस्में चल रही थीं। महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं और परिवार सजावट में लगा था। लेकिन शुक्रवार रात महेंद्र मोदनवाल को सीने में तेज दर्द उठा। उन्हें आनन-फानन में जिला मुख्यालय स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई।
जैसे ही पिता के निधन की खबर घर पहुंची, खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों ने सुतौली घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
विवाह की तिथि को लेकर अब वधू पक्ष से विचार-विमर्श चल रहा है।
“सेहरा सजाने की तैयारी थी, अब सिर पर पगड़ी रखकर बेटे ने पिता को अंतिम विदाई दी।”
– एक पड़ोसी की आंखों में आंसू छलक पड़े।
अगर आप चाहें तो इस खबर के साथ एक शोक-संदेश ग्राफिक या सोशल मीडिया पोस्ट भी तैयार कर सकता हूँ।