जौनपुर: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यरत लाखों संविदा कर्मचारियों के शोषण के खिलाफ अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एनएचएम कर्मचारी महासंघ (भारतीय मजदूर संघ) ने मोर्चा खोल दिया है। महासंघ ने 18 मार्च 2025 को केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
मुख्य मांगे:
* एनएचएम कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।
* समान कार्य के लिए समान वेतन लागू हो।
* पीएफ, पेंशन, ग्रेच्युटी, ईएसआई, स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएं मिले।
* सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष हो।
* केंद्र और राज्य सरकार की भर्तियों में एनएचएम कर्मियों को प्राथमिकता मिले।
महासंघ का आरोप:
महासंघ का आरोप है कि देशभर में लगभग 4.5 से 5 लाख एनएचएम कर्मचारी अल्प वेतन पर काम कर रहे हैं। कोरोना काल में महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद, उन्हें स्थायी कर्मचारियों जैसी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
आंदोलन की चेतावनी:
महासंघ ने सरकार से अपील की है कि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय लिया जाए। अन्यथा, वे राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।