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Jaunpur News खुटहन: गोमती के आँचल में बसा स्वाभिमान और समरसता का प्रतीक

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लेखक: नीरज यादव स्वतंत्र आवाज़ न्यूज़ टीम | स्थान: जौनपुर, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक जनपद जौनपुर में स्थित खुटहन क्षेत्र सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक विविधता और स्वाभिमानी विचारों का जीवंत प्रतीक है। मॉं गोमती के पावन तट पर बसा खुटहन, प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक विरासत और शिक्षा के उजाले से समृद्ध है।

शिक्षा का दीप: ग्राम विकास इंटर कॉलेज

खुटहन क्षेत्र की पहचान सिर्फ भौगोलिक या राजनीतिक नहीं, बल्कि शैक्षणिक रूप से भी है। यहां स्थित ग्राम विकास इंटर कॉलेज शिक्षा का वह दीप है, जिसने वर्षों से ज्ञान की ज्योति जलाकर न जाने कितनी प्रतिभाओं को संवारा है

भौगोलिक स्थिति: प्राकृतिक सौंदर्य और कृषि उपजाऊता का संगम

खुटहन का भूगोल इसकी उपयोगिता और रणनीतिक महत्ता को रेखांकित करता है। यह क्षेत्र 25.97° अक्षांश और 82.59° देशांतर पर स्थित है।

इसके चारों ओर –

पूर्व में करंजाकला,

दक्षिण में बदलापुर,

उत्तर में शाहगंज,

पश्चिम में सुइथाखुर्द ब्लॉक स्थित हैं।

खुटहन में गोमती नदी और शारदा सहायक नहर इस क्षेत्र की भूमि को सिंचित करने में अहम भूमिका निभाते हैं, जिससे यह क्षेत्र कृषि उत्पादन में अग्रणी है।

इतिहास के पन्नों में खुटहन

यद्यपि खुटहन का कोई औपचारिक ऐतिहासिक दस्तावेज नहीं है, लेकिन शर्की शासनकाल में यह क्षेत्र जौनपुर राज्य का एक महत्त्वपूर्ण भू-भाग था।

लोकमान्यता के अनुसार, स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मुबारकपुर के राजा इसरत जहां ने इस क्षेत्र में अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया था। ब्रिटिश सरकार द्वारा उन्हें आम के पेड़ पर फांसी दे दी गई थी। आज भी वह आम का पेड़ और कब्रें उनके बलिदान की अमर गाथा सुनाते हैं।

समाज का आईना: सद्भाव और चेतना का संगम

खुटहन एक ऐसा समाज है जहाँ धार्मिक सहिष्णुता, आपसी प्रेम और सामाजिक सहभागिता देखने को मिलती है।

यह क्षेत्र विभिन्न धर्मों और जातियों के बीच सहयोग का आदर्श प्रस्तुत करता है।

हालांकि, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जातिगत कट्टरता फैलाने के प्रयास किए जाते रहे हैं, जो इस क्षेत्र के विकास में बाधक बनते हैं।

फिर भी, समग्र दृष्टि से खुटहन सामाजिक चेतना और जागरूकता का मजबूत उदाहरण है।

ध्यान देने योग्य तथ्य:

ग्राम्य विकास विभाग के आंकड़ों के अनुसार, खुटहन ब्लॉक में सबसे कम बीपीएल परिवार हैं। यह इसे जौनपुर जिले के सबसे संपन्न क्षेत्रों में शामिल करता है।

राजनीतिक योगदान: लक्ष्मीशंकर यादव की कर्मभूमि

पूर्व खुटहन विधानसभा क्षेत्र का उत्तर प्रदेश की राजनीति में गौरवशाली इतिहास रहा है।

स्वर्गीय लक्ष्मीशंकर यादव, इस क्षेत्र की वो महान विभूति रहे हैं, जिन्हें लगातार छह बार विधायक बनाकर खुटहन ने विधानसभा भेजा। यह जौनपुर जिले का एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है।

उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों ने खुटहन की सूरत ही बदल दी।

आज खुटहन का हर कोना उनकी विकास की दृष्टि और जनसेवा की भावना का साक्षी है।

सरकारी ढांचा: ग्रामीण प्रशासन का मजबूत आधार

खुटहन में अनेक सरकारी संस्थान और सुविधाएं संचालित हो रही हैं जो स्थानीय लोगों को सेवाएं प्रदान करती हैं:

🏥 राजकीय चिकित्सालय, खुटहन

🐄 राजकीय पशु चिकित्सालय

🏢 क्षेत्र पंचायत कार्यालय

👮 खुटहन थाना

✉️ पोस्ट ऑफिस, खुटहन

🧑‍🌾 साधन सहकारी समिति लिमिटेड

🌾 राजकीय कृषि बीज भंडार

⚡ विद्युत उपकेन्द्र

❄️ शीतगृह (Cold Storage)

इन संस्थानों की उपस्थिति खुटहन के प्रशासनिक और सामाजिक विकास को सशक्त आधार देती है।

निष्कर्ष: खुटहन का भविष्य उज्जवल

खुटहन न केवल जौनपुर बल्कि पूरे पूर्वांचल के लिए एक प्रेरणास्रोत है।

यहां की शैक्षणिक उपलब्धियां, सामाजिक सद्भाव, राजनीतिक चेतना और प्राकृतिक सौंदर्य मिलकर इसे एक आदर्श ग्रामीण क्षेत्र बनाते हैं।

जरूरत है बस सामाजिक कट्टरता को मिटाकर एकजुटता और विकास की दिशा में बढ़ने की।

खुटहन आपको नमन करता है।

📌 स्थान: खुटहन, तहसील शाहगंज, जनपद जौनपुर, उत्तर प्रदेश

📮 पिन कोड: 223104

🌐 अक्षांश: 25.97595°

🌐 देशांतर: 82.599°

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