गाजीपुर: गंगा नदी पर स्थित ऐतिहासिक शहीद वीर अब्दुल हमीद सेतु एक बार फिर रौशन होने जा रहा है। एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा 6 लाख रुपये की लागत से 64 नई स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है। यह कार्य मई माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
कार्य दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण में जर्जर लाइटों और पोलों को हटाया जा रहा है, जबकि दूसरे चरण में नई लाइटें और पोल लगाए जा रहे हैं। यह सेतु करीब 35 वर्षों के बाद फिर से रात में रोशन होगा, जिससे पैदल राहगीरों और वाहन चालकों को रात में सफर के दौरान राहत मिलेगी।
एनएचएआई परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा के अनुसार, रात के अंधेरे में यात्रियों की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए एक वर्ष पूर्व सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे जनवरी 2025 में स्वीकृति मिली और बजट जारी किया गया।
इतिहास और महत्व:
यह सेतु तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के कार्यकाल में 1974 में शुरू हुआ था और इसका निर्माण कार्य 1984-85 में पूरा हुआ। 1100 मीटर लंबा यह डबल लेन पुल 11 पिलरों पर खड़ा है। इसका नामकरण भारत-पाक युद्ध 1965 के शहीद परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के नाम पर किया गया है।
स्थानीय लोगों और प्रशासन को उम्मीद है कि सेतु पर रोशनी बहाल होने से न केवल यातायात व्यवस्था बेहतर होगी, बल्कि यह पुल फिर से अपने गौरवपूर्ण अतीत को रोशनी के माध्यम से जीवित करेगा।
रिपोर्ट: आवाज़ न्यूज़, गाजीपुर
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