जौनपुर। शाही अटाला मस्जिद के प्रांगण में मरकज़ी सीरत कमेटी की तरफ़ से 13 रबीउल अव्वल को जलसा ए सीरतुन्नबी स अ व व मदहे सहाबा रज़ि. का आयोजन हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी किया गया जिसकी अध्यक्षता मरकज़ी सीरत कमेटी के अध्यक्ष सद्दाम हुसैन एडवोकेट ने किया और मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. मोहम्मद चांद बागवान डायरेक्टर अल्फ़ा हेल्थ केयर हॉस्पिटल एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर जावेद महमूद अध्यक्ष शाही अटाला मस्जिद कमेटी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत हाफ़िज़ यासिर हस्सान ने तिलावत ए क़ुरआन से किया और नात व मनकबत के अशआर क़ारी ज़िया जौनपुरी,हाफ़िज़ एहसान खैराबादी,अज़ीम जौनपुरी,हनीफ़ अंसारी सैफ़ रज़ा हबीबी ने पेश किया। जलसे को खेताब करते हुए मौलाना अम्मार नासिर नदवी मुल्ला टोला ने कहा कि हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम सारी दुनियां के लिये रहमत बना कर भेजे गए हैं आपने हमेशा अमन व मोहब्बत का संदेश दिया है हम सबको चाहिए कि उनके बताए हुए रास्ते पर चलें। मुख्य अतिथि डॉ मोहम्मद चांद बागवान ने भी जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम धर्म ने ज़िंदगी के हर मैदान में जीने अमल का तरीका बताया है फिर भी आज मुसलमान परेशान है,डीप्रेशन का शिकार है उसका कारण है कि हम इस्लाम पर पूरी तरह से अमल पैरा नहीं है।
मौलाना वसीम अहमद शेरवानी ने जलसे को खेताब करते हुए हज़रत मोहम्मद साहब की ज़िंदगी पर विस्तार से बयान किया और साथी ही मुल्क में अमन व मोहब्बत कायम रहे इसके लिये दुआ भी कराई। प्रोग्राम का संचालन नियाज़ ताहिर शेखू एडवोकेट ने किया। अंत में अजवद क़ासमी ने सभी का शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर अब्दुल अहद मुन्ने,इरशाद खान,अरशद क़ुरैशी,डॉ अर्शी नवाज़,मेराज खान,तौक़ीर अफ़ज़ाल,अलमास अहमद सिद्दीकी,अबुल ख़ैर,मोहम्मद बेलाल,साद खान,मोहम्मद अली,समद खान,शोबी ताज क़ादरी,मोहम्मद अमजद,मोहम्मद अल्तमश,शोएब फ़ारूक़ समेत बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रहीं।
अजवद क़ासमी
मीडिया इंचार्ज
मरकज़ी सीरत कमेटी