कैंडल मार्च एवं श्रृद्धांजलि सभा बुधवार को आयोजन
शाहगंज जौनपुर। पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड के बावत एक सूचनार्थ पत्रक उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार को सौंपा गया।
एक माह से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद नामजद आरोपियों और साजिशकर्ता की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित युवा एकता मंच द्वारा पत्रक उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार कों सौंपा गया।
नगर कि सामाजिक संस्था युवा एकता मंच के अक्षत अग्रहरि, नीरज अग्रहरि, धीरज पाटिल, भुवनेश्वर मोदनवाल, श्रीष मोदनवाल आदि के नेतृत्व में कार्यक्रम के सूचनार्थ पत्रक सौंपा गया।
पत्रक में कहा गया है कि बुधवार सायं घासमंडी चौक से कैंडल मार्च निकल कोतवाली चौक होते हुए जेसीज चौक पहुंचेगा। जेसीज चौक पर ही शहीद आशुतोष श्रीवास्तव को श्रृद्धांजलि दीं जायेगी।
इसी दौरान मुख्यमंत्री को सम्बोधित तीन सूत्रीय मांग पत्र उपजिलाधिकारी को सौंपा जायेगा। जिसमें मार्मिक हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग समेत परिवार को पचास लाख रुपए का मुआवजा और बेटे कों नौकरी की मांग से सम्बन्धित ज्ञापन दिया जाएगा।
मालूम रहे 13 मई की सुबह साढ़े नौ बजे सबरहद गांव निवासी पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हौसला बुलंद असलहा बंद बदमाशों ने गोली मारकर निर्मम हत्या कर दिया था। दिवंगत पत्रकार के भाई संतोष श्रीवास्तव ने पुलिस को चार नामजद नासिर जमाल और उसके ममेरे भाई अर्फी उर्फ कामरान, जेल में बंद मो हासिम, हिस्ट्रीशीटर जमीरुद्दीन कुरैशी समेत पांच अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी गई थी। जिसमें से काफी जद्दोजहद के बाद जमीरुद्दीन कुरैशी को मुम्बई से गिरफ्तार किया गया। वहीं शूटर सरायख्वाजा थाना का प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस मुठभेड़ में मार गिराया गया। हत्या काण्ड के वक्त अपाचे बाइक चला रहा आजमगढ़ जनपद के नीतीश राय को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसने बयान दिया कि हत्या पारा कमाल गांव निवासी प्रापर्टी डीलर सिकन्दर आलम ने दस लाख की सुपारी दे कराया। फिलहाल सिकन्दर आलम भी फरार बताया जाता है। हालाकिं परिजनों के गले पुलिसिया कहानी नहीं उतरा। कुल मिलाकर पुलिस व प्रशासनिक लापरवाही में हुई हत्या से पूरा क्षेत्र मर्माहत है। परिजनों ने पहले ही सीबीआई जांच कि मांग कर रखी थी। अब सामाजिक संगठन भी समर्थन में आगे आये है।