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सिरकोनी, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के कबूलपुर बाजार निवासी प्रेमचंद्र मोदनवाल का दूसरे नम्बर के पुत्र प्रिंस मोदनवाल 25 वर्ष अपने रोजी—रोटी के चक्कर में पश्चिम अफ्रीका में स्थित बेनिन देश में एक कम्पनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करता था जिसकी 13 जून को अचानक तबियत ख़राब होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दो घंटे के भीतर उसकी वहीं मौत हो गयी। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।

7 दिन बाद आया शव, मचा कोहराम

मृत प्रिंस मोदनवाल 12 अप्रैल को अपने घर से बेनिन जाने के लिए घर से निकला और ठीक दो महीनों के बाद 12 जून को उसकी मौत हो गयी। मौत होने के बाद बेनिन से उसका शव लाने में 7 दिन लग गया। पहले उसका शव बेनिन से कोटोंनौ हवाई अड्डा लाया गया। वहां से दिल्ली हवाई अड्डा पर लगाया, फिर दिल्ली से बाबतपुर हवाई अड्डा पर शव को उतारा गया। बाबतपुर से एम्बुलेंस के जरिये उसके घर उसका शव पहुंचा।

विदेश में सुपरवाइजर पद पर था तैनात

प्रिंस बेनिन में इटीएच इंडिया कंपनी में सुपरवाईजर के पद पर तैनात होकर अपनी नौकरी करता था। मौत होने के बाद शव को लाने के लिए विदेश मंत्रालय से वार्ता के बाद 17 जून की रात में उसका शव अपने घर आया।

नवम्बर में थी शादी, बेनिन जाने के हिचकिचा रहा था प्रिंस

प्रिंस के पिता प्रेमचंद्र मोदनवाल ने कहा कि प्रिंस की नवम्बर महीने में उसकी शादी थी।लडकी देखकर गोदभराई की रस्म पूरी हो चुकी थी लेकिन उससे पहले ही उसकी मृत्यु हो गयी। प्रिंस एक बार जब बेनिन से वापस अपने घर आया था तो दोबारा जाने के लिए एक बार उसके मन में हिचकिचाहट थी।लेकिन उसके मन में फिर पता नहीं क्या हुआ, वह चला गया।

रामलीला समिति में हनुमान—अंगद की निभाता था भूमिका

श्री दया नारायण लीला समिति कबूलपुर में रामलीला के दौरान हनुमान—अंगद के किरदार को निभाता था। बाजार के लोग साथ क्षेत्र में उसकी पहचान हनुमान व अंगद के रूप में होने लगी थी। प्रिंस बेनिन जाने से पहले अपने बाजार में चायनीज की दुकान को चलाकर परिवार की मदद करता था।

शव घर पहुंचते परिवार सहित बाजारवासियों की आंखों में आये आंसू

प्रिंस का शव जैसे ही सोमवार की देर रात को घर पहुंचा वैसे ही परिवार में कोहराम मच गया। रोने की आवाज सुनकर बाजार के लोग एकत्रित हो गये। बाजारवासियों की आँखों में आंसू आ पड़े। सबकी जुबान पर सिर्फ एक ही बात थी। आज बाजार से एक और अच्छा लड़का इस दुनिया से चला गया।

गर्मी की दंश को नही झेल पाया प्रिंस

बेनिन में भी गर्मी का प्रकोप ज्यादा लोगों को आशंका है कि उसकी मौत गर्मी की वजह से हुई है जितने भी लोग इस दुःख की घड़ी में शामिल थे। सबकी जुबान पर एक ही बात ज्यादातर आ रही थी। उसकी मौत का कारण गर्मी है। बाजार के किसी व्यक्ति ने कहा कि बेनिन में मजदूरो को धुप में ही काम करना पड़ता है। प्रिंस की मौत धुप के कारण ही हुई है। फ़िलहाल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

रामलीला समिति ने की शोकसभा

श्री दया नारायण लीला समिति के अध्यक्ष योगेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता शोकसभा हुई जहां दो मिनट का सभी ने मौन रखकर मृतक को श्रधांजली दी। योगेश श्रीवास्तव ने कहा कि आज हम सभी ने एक अच्छे कलाकार को खो दिया जिसकी कमी हमेशा समिति को खलती रहेगी। महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि प्रिंस एक अच्छा कलाकार के साथ बहुत मेहनती था। कृपाशंकर यादव ने कहा कि प्रिंस एक मिलनसार लड़का था। समिति उसकी कमी को हमेशा याद करेगी। शोकसभा में सुरेन्द्र यादव, पिंटू श्रीवास्तव, संजय यादव, राम आसरे मिश्र, मिताई जायसवाल, प्रिंस श्रीवास्तव, अखिलेश सिंह, रिंकू मौर्या, रोमी श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।


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