आवाज़ न्यूज़ सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ
जौनपुर ।मंगलवार को जागो राजभर जागो समिति के सचिव महेंद्र राजभर ने इंडिया गठबंधन के सभी प्रत्याशियों सहित समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बाबू सिंह कुशवाहा को समर्थन दे दिया । उन्होंने ने इसकी घोषणा एक पत्रकारवार्ता में किया ।
प्रेस कांफ्रेंस में राजभर समाज का मुख्य मुद्दा एसटी आरक्षण और उस आरक्षण पर ठगबंधन कर के ओमप्रकाश द्वारा अपने बेटे को टिकट देना रहा। जैसा कि विगत चार साल से जागो राजभर जागो समिति के सदस्यगण अपने समाज के हक़ अधिकार एसटी आरक्षण के लिए सड़क से लेकर न्यायालय तक संघर्ष कर रहे हैं। किसी से छिपा नहीं है। जागो राजभर जागो टीम ने अपने संघर्ष से एसटी आरक्षण के लिए सारनाथ से लखनऊ तक पैदल यात्रा किया।
- सरकार ने कोई पहल नहीं किया तो समिति उच्च न्यायालय इलाहाबाद में कोर्ट केस किया जिसके परिणाम स्वरूप 11 मार्चा 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश पारित हुआ कि दो महीने के भीतर जल्द से जल्द राजभर का प्रस्ताव भारत सरकार को अबिलंब भेजा जाये लेकिन सरकार ने टाल-मटोल करके नृजाति सर्वेक्षण कराने का जबाव कोर्ट को दिया।
३. सरकार की मंशा भांप कर जागो समिति ने कोर्ट आफ कटेंप किया जिसके देख रेख में सरकार ने 17 जनपदों का भर/राजभर का नृजाति सर्वेक्षण कराया। - सर्वेक्षण रिपोर्ट बनाने हेतु कोर्ट से बार बार सरकार ने समय मांगा और कोर्ट ने बखूबी दसों बार निर्देश देकर, समय दिया लेकिन हिलाहिवाली करने पर कोर्ट ने फटकार लगाया और 2 जुलाई 2024 तक प्रस्ताव भेजने और रिपोर्ट सौंपने का समय दिया है। राजभर समाज का ध्यान आकर्षित कराते हुए जागो राजभर जागो समिति यह बताना चाहती है कि 2017 में हक अधिकार दिलाने के नाम पर गठबंधन करने वाले ओमप्रकाश जी ने 2019 में आखिर गठबंधन क्यों तोड़ा इसलिए तोड़ा कि उनकी उस समय डील घोसी सीट पर सिंबल रार के कारण बात नही बनी और उन्होंने 39 प्रत्याशी लोकसभा 2019 में उतार दिये जिसमें दो दर्जन से अधिक सिटों पर राजभर समाज से प्रत्याशी बनाकर बलि का बकरा बनाया गया। खास बात बिना गठबंधन समाज लड़ी और गठबंधन में परिवार लड़ी को चरितार्थ करते हुए ओमप्रकाश 2012 गठबंधन कर के चुनाव में अपने और अपनी पत्नी को लडाये 2017 के चुनाव में अपने बेटा और समधी को लडाये 2022 में अपने खुद और अपने बेटा को लडाये। अधिकार एसटी आरक्षण की लड़ाई को पैरों तले रौंदकर ओमप्रकाश जी ने एक सीट पर सौदा करके राजभर समाज के लाखो युवाओं छात्रों के सपनों बलि वडा दिये।
5 सपा से गठबंधन तोड़ कर जब इनको समाज में चलने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिला तो जागो राजभर जागो समिति के उच्च न्यायालय के केस को हथियार बनाकर समाज को गुमराह कर फिर हक अधिकार का सपना दिखाने लगे और रैलियों और यात्रायें निकालने लगे। जब जब हाईकोर्ट ने एसटी आरक्षण बाबत सुनवाई किया और आदेश दिया उसे लपकर ओपी जी समाज को टोपी पहनाने निकल जाते थे। योगी मोदी अमित शाह के साथ मुलाकात की फोटो खिंचाकर समाज में शोसल मिडिया प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में वक्तव्य देते थे पेड न्यूज चलवाते थे कि भर राजभर एसटी आरक्षण दिल्ली भेज दिया गयाए जल्द ही भेजा जायेगा वगैरह वगैरह ट्विटर से ट्वीट किया गया कि भाजपा से गठबंधन एसटी आरक्षण के तर्ज पर ही हुआ है जबतक प्रस्ताव चला नहीं जाता तबतक ओपी जी मंत्री नहीं बनेंगे और गठबंधन नहीं होगा। इस बाबत जागो राजभर जागो समिति ने पत्राचार भी किया कि ओमप्रकाश जी समाज को बतायें कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व एसटी आरक्षण बाबत बयान क्यों नहीं दे रहा है और संयुक्त प्रेस वार्ता क्यों नहीं हुआ और समाज के बुद्धिजीवियों का डेलिगेट मिटिंग क्यों नही हुआ। लेकिन सबको धत्ता बताकर ओमप्रकाश जी ने घोसी की सीट एमलसी और अपने मंत्री पद के डील में समाज के गरीबी बेवसी बदहाली बेरोजगारी युवाओं छात्रों के सपनों के पंख देने वाले हक्क अधिकार मांग की बलि चढा दी और समाज के वोटों का सौदा कर लिया। डबल इंजन की सरकार ऊपर से कोर्ट की फटकार फ़िर भी नहीं मिला राजभरों को अधिकार जबकि जागो राजभर जागो संगठन के अथक प्रयास के बावजूद सरकार के कानो में जुव तक नहीं रेंगा फ़िर जागो राजभर जागो संगठन ने इंडिया गठबंधन से संपर्क साधा और समाज के हक़ अधिकार के संघर्षो की व्यथा बताई तो इंडिया गठबंधन ने समाज के अधिकार की लड़ाई में समाज के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर लड़ने व संसद से अमल कराने के लिए सहमति जताई जिससे संगठन ने इंडिया गठबंधन के सभी प्रत्याशियों के साथ-साथ लोकसभा चंदौली के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह पूर्व मंत्री सहित इंडिया को अपना समर्थन देते हुए समाज से अपील करता है कि वीरेंद्र सिंह सहित इंडिया गठबंधन के प्रत्याशीयों को अधिक से अधिक जिताये और भाजपा को हराये तभी समाज को उसका अधिकार मिलेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिव महेंद्र राजभर आज़ाद एवं इंडिया गठबंधन के लोकसभा चंदौली के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह पूर्व मंत्री, ज़िला महासचिव आरिफ हबीब, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अजीत प्रताप कुशवाहा के साथ-साथ पारस नाथ राजभर, परमेश्वर राजभर, शशि राजभर, बनवारी राजभर, अनुराग राजभर “रवि, सुप्तीत साम्भर मनोज कुमार मौर्य व संघठन के तमाम क्रन्तिकारी सदस्य मौजूद रहें।