अब तक की जांच में दो करोड़ रूपयें हेराफेरी का मामला आया सामने 

चार दिन में पूरी हो सकती है जांच, सरकारी महकमें हड़कंप 

आदित्य टाइम्स संवाद सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ 

जौनपुर । “राजा को पता नही मुसहरों ने वन को बांट लिया” वाली कहावत एनएचआई विभाग में हुई फर्जीवाड़ा में सच साबित हुआ। सीडीओं के नेतृत्व में अधिकारियों द्वारा की गयी जांच में पता चला कि बदलापुर तहसील के एर्क  काश्तकार को जंगल खाते की जमीन का लाखों रूपये भुगतान किया गया है, उस काश्तकार ने रकम का अधिकांश हिस्सा ई बैकिंग के माध्यम से एफडी कर दिया। सीडीओं ने बताया कि अभी तक 15 फाईलों की जांच किया गया है। जिसमें दो करोड़ रूपये का फर्जी भुगतान करना सामने आया है। इस भ्रष्टाचार में विभागीय अधिकारियों और फर्जी काश्तकारों के बीच दलाली की भूमिका निभाया है प्राईमरी के टीचर राहुल सिंह ने। यह जांच दो या तीन में पूरी होने की उम्मीद है। शुक्रवार को बैंक में खातों की जांच पड़ताल किया गया था शनिवार को सम्बधित तसीलों के एसडीएम लेखपाल को बुलाकर फाईलों की तस्दीक करायी गयी। 

मालूम हो कि बीते गुरूवार को जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व सक्षम प्राधिकारी भूमि अध्यापित विभाग का औचक निरीक्षण करके करीब छह घंटे तक जांच पड़ताल किया। जांच में विभागीय कर्मचारियों द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक राहुल सिंह के माध्यम कई फर्जी काश्तकारों लाखों रूपये भगुतान करने का मामला समाने आया था। इस मामले की जांच के लिए सीडीओं, ज्वाइंट मजिस्टेªट को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। यह अधिकारियों का दल शुक्रवार को एचडीएफसी जेसिज चौराहा ब्रांच जाकर किसानों के खातों को चेक किया। जिसमें कई संदिग्ध खातों को लेन देन पर रोक लगा दिया। 

शनिवार को एनएचएआई कार्यालय में बदलापुर, मड़ियाहूं और मछलीशहर के एसडीएम और लेखपालों को बुलाकर सदिग्ध फाईलों को चेक कराया गया। जिसमें दस ग्रामपंचायतों के पत्रावलियों को चेकर किया गया जिसमें 15 से 20 फाइलों संदिग्ध पायी गयी है। सीडीओं ने बताया कि अब तक दो करोड़ रूपये का फर्जी भुगतान करने का मामला सामने आया है। 

फर्जी भगुतान वाली पत्रावलियां इस विभाग के बाबुओं ने तैयार करके फर्जी काश्तकारों के खाते में भेजा है। इसमें बिचौलियें की भूमिका राहुल सिंह निभाया है। राहुल हमेशा कार्यालय आता जाता था तथा काश्तकारों से बातचीत भी किया है। उसकी तहकीकात मेरे द्वारा किया गया।  

सीडीओं ने बताया कि तीन से चार दिनों में जांच पूरी कर लिया जायेगा उसके बाद दोषियों के विरूध एफआइआर दर्ज करने समेत अन्य विभागीय कार्रवाई की जायेगा। 

इस मामले के आरोपी तीन कर्मचारी संतोष तिवारी, हिमांशू शर्मा, और कलर्क अनिल यादव शामिल पाये गये है इनके साथ प्राथमिक शिक्षक राहुल सिंह संलिप्त है। राहुल का कार्यालय स्टाफ से चैट्स व अन्य साक्ष्य मिला है। डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने दो संविदा कर्मचारियों की संविदा समाप्त किया गया तथा बेसिक शिक्षा के टीचर राहुल सिंह को नोटिस जारी किया गया है। कर्मचारी संतोष तिवारी को कलेक्टेªट में अटैच किया गया है।

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