बादल फटने, मौसम विभाग की चेतावनी और पहुंच मार्ग बंद होने के कारण जिला प्रशासन ने पधर उपमंडल में शिक्षण संस्थानों में आज अवकाश घोषित कर दिया है। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर बाधित है, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।

हिमाचल के मंडी में बुधवार रात बादल फटने से भारी तबाही मची। जागरण डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 10 से ज़्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। द्रंग विधानसभा क्षेत्र के धमच्यान पंचायत के राजवान गांव में पानी के तेज़ बहाव में कई घर बह गए हैं।सुदूरवर्ती क्षेत्र होने के कारण प्रशासन प्रभावित क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों से संपर्क स्थापित करने में असमर्थ है। मोबाइल सेवाएं ठप हैं और पहुंच मार्ग पूरी तरह से कट गए हैं। मंडी के डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन राहत और बचाव दल के साथ धमच्याण के लिए रवाना हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बुलाया गया है। प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए वायुसेना की मदद मांगी है।बुधवार रात करीब 12 बजे राजवान गांव में जोरदार धमाका हुआ। देखते ही देखते पानी ने इलाके को अपनी चपेट में ले लिया और लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही सड़कें, घर बह गए। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया और बचाव कार्य शुरू कर दिया।

बादल फटने, मौसम विभाग की चेतावनी और पहुंच मार्गों के बंद होने के कारण जिला प्रशासन ने पधर उपमंडल में शैक्षणिक संस्थानों में आज अवकाश घोषित कर दिया है।पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर बाधित है, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। मंडी के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मदन कुमार ने बताया, “द्रंग विधानसभा क्षेत्र के धमच्यान में आधी रात को बादल फटने से भारी नुकसान की सूचना है। दस लोग लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को पहले ही रवाना कर दिया गया है। बचाव अभियान के लिए वायुसेना से मदद मांगी गई है। पधर उपमंडल में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।”

ब्यास नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश को देखते हुए राज्य विद्युत बोर्ड ने 126 मेगावाट के लारजी बांध के गेट खोल दिए हैं, जबकि बीबीएमबी ने पंडोह बांध के गेट खोल दिए हैं। भुंतर में ब्यास नदी का जलस्तर 30,580 क्यूसेक दर्ज किया गया है। पंडोह बांध में पानी का प्रवाह 43,328 क्यूसेक तक पहुंच गया है।

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में स्थित समेज में बुधवार देर रात बादल फटने की घटना हुई। इस घटना में 36 लोग लापता बताए गए हैं। लापता लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। समेज में एसेंट हाइड्रो 6 मेगावाट परियोजना के बह जाने की भी खबर है।

शिमला के जिला आयुक्त घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। इस बीच, रामपुर के खनेरी अस्पताल से डॉक्टरों की एक टीम भेजी गई है। रामपुर के एसडीएम और अन्य अधिकारी समेज में घटनास्थल पर पहुंचे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।

The post हिमाचल में बारिश का कहर: शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटने से 3 की मौत, 50 से अधिक लापता; CM सुखू ने बुलाई आपात बैठक appeared first on Live Today | Hindi News Channel.

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