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सरफराज खान की नॉन-सिलेक्शन पर सियासी रंग: क्या ‘खान’ सरनेम बाधा? कांग्रेस की शामा मोहम्मद ने गंभीर पर साधा निशाना, BJP ने किया खारिज

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भारतीय क्रिकेट टीम के चयन में फिर से विवाद ने तूल पकड़ लिया है। दिग्गज बल्लेबाज सरफराज खान को इंडिया ए स्क्वॉड में शामिल न करने के फैसले पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शामा मोहम्मद ने हेड कोच गौतम गंभीर पर धार्मिक पूर्वाग्रह का आरोप लगाया है।

बुधवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए मोहम्मद ने सवाल उठाया, “क्या सरफराज खान का चयन न होने का कारण उनका सरनेम है? #जस्टआस्किंग। हम जानते हैं कि गौतम गंभीर इस मामले में कहां खड़े हैं।” यह टिप्पणी गंभीर के पूर्व भाजपा सांसद रहने के संदर्भ में आई, जिसने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी।

मंगलवार को बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दो अनऑफिशियल टेस्ट मैचों के लिए इंडिया ए स्क्वॉड की घोषणा की, जिसमें ऋषभ पंत कप्तान और साई सुदर्शन उपकप्तान बनाए गए। स्क्वॉड में केएल राहुल, ध्रुव जुरेल, देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़ जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, लेकिन सरफराज का नाम फिर से गायब रहा। सरफराज ने घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म दिखाई है—पहली श्रेणी क्रिकेट में 56 मैचों में 65.19 की औसत से 371 रन बनाए, जिसमें छह टेस्टों में 40 के करीब औसत के साथ 150 रन की पारी शामिल है। नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी सीरीज में उन्होंने शतक लगाया था।

यह पहली बार नहीं है जब सरफराज की अनदेखी पर सवाल उठे हैं। न्यूजीलैंड सीरीज के बाद वे ऑस्ट्रेलिया दौरे (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) में नहीं चुने गए। इंग्लैंड दौरे पर करुण नायर को प्राथमिकता दी गई, जबकि सरफराज ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ केंट में 92 रन की पारी खेली। वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज से पहले चयनकर्ताओं ने चोट का हवाला दिया, लेकिन रणजी ट्रॉफी में वापसी के बाद भी उन्हें मौका नहीं मिला।

चीफ सिलेक्टर अजित आगरकर ने कहा था कि सरफराज को रणजी पर फोकस करने दिया जा रहा है, लेकिन फैंस इसे बहाना मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर #SarfarazKhan ट्रेंड कर रहा है, जहां यूजर्स गंभीर और आगरकर पर पूर्वाग्रह का आरोप लगा रहे हैं।

शामा मोहम्मद का यह बयान विवादास्पद रहा है। पहले उन्होंने रोहित शर्मा को “खेल के लिए मोटा” और “सबसे निराशाजनक कप्तान” कहा था, जिसकी आलोचना हुई। अब भाजपा ने मोहम्मद के बयान को “क्रिकेट को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश” बताते हुए निशाना साधा।

भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस क्रिकेट टीम को बांट रही है।” पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, “चयन को राजनीतिक न बनाएं। शमी और सिराज खेलते हैं, यह अन्याय है।” एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और प्रवक्ता वारिस पठान ने भी सवाल उठाए, “जब औसत इतना शानदार है, तो चयन न होने के पीछे कुछ तो है।”

फैंस और पूर्व खिलाड़ी भी सरफराज के समर्थन में उतर आए। आकाश चोपड़ा ने कहा, “सरफराज ने कुछ गलत नहीं किया, फिर भी उन्हें मौका क्यों नहीं?” रेडिट पर यूजर्स ने लिखा, “गंभीर को सरफराज पसंद नहीं, लेकिन यह अन्याय है।” सरफराज ने हाल ही में 17 किलो वजन कम किया और यो-यो टेस्ट पास किया, लेकिन बावजूद इसके अनदेखा। अब वे रणजी ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ शतक लगाकर वापसी की कोशिश करेंगे।

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