सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में NEET UG पेपर लीक पर बहस हुई। राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने सदन में इस मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछे।

राहुल गांधी ने पेपर लीक को लेकर प्रधान की आलोचना की और कहा कि उन्होंने अब तक पेपर लीक मामले में “खुद को छोड़कर हर किसी को दोषी ठहराया है”। उन्होंने कहा, “पूरे देश के सामने यह बात स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है, सिर्फ नीट में ही नहीं बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में। मंत्री (धर्मेंद्र प्रधान) ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि वह यहां जो कुछ हो रहा है उसके मूल सिद्धांतों को भी समझते हैं।” विपक्ष के नेता ने पेपर लीक से प्रभावित छात्रों की चिंता को उठाया और कहा कि उन्हें यकीन हो गया है कि देश की परीक्षा प्रणाली “धोखाधड़ी” है। उन्होंने कहा कि देश के लोग अब यह मानने लगे हैं कि अगर कोई व्यक्ति अमीर है तो वह “परीक्षा प्रणाली खरीद सकता है”।

उन्होंने कहा, “मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना ​​है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी है। लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है…”

अखिलेश यादव ने क्या कहा?

अखिलेश यादव ने केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार “पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाएगी”। उन्होंने कहा, “यह सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाएगी… कुछ केंद्र ऐसे हैं जहां 2,000 से अधिक छात्र पास हुए हैं। जब तक यह मंत्री (शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान) वहां हैं, छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा।”

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का जवाब

शिक्षा मंत्री ने राहुल गांधी की “धोखाधड़ी” वाली टिप्पणी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह निंदनीय है। उन्होंने कहा, “सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, अत्यंत निंदनीय है…”

The post संसद में बरसे राहुल गांधी, अखिलेश यादव, लोकसभा में उठाया NEET UG पेपर लीक का मुद्दा; मंत्री ने दिया जवाब appeared first on Live Today | Hindi News Channel.

Previous articleभोजनालयों को लेकर यूपी सरकार के निर्देश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका, सुनवाई आज
Next articleJaunpur News बदलापुर तहशील के केवटली खुर्द गांव में आदेश के बावजूद नही हटा अतिक्रमण