
संसद के मानसून सत्र 2025 का तीसरा दिन (23 जुलाई) भी हंगामेदार रहने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR), ऑपरेशन सिंदूर, और पहलगाम आतंकी हमले जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति पर कायम है। पहले दो दिनों की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है, और सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच गतिरोध दूर होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे।

लोकसभा और राज्यसभा में संभावित घटनाक्रम
- बिहार SIR पर हंगामा:
- विपक्ष, विशेष रूप से कांग्रेस, RJD, और समाजवादी पार्टी, बिहार में चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर आक्रामक है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, सैयद नसीर हुसैन, रानानी अशोकराव पाटिल, रंजीत रंजन, और CPI सांसद पी. संदोष कुमार ने नियम 267 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव देकर SIR पर तत्काल चर्चा की मांग की है।
- विपक्ष का आरोप है कि SIR के जरिए गरीबों, दलितों, और अल्पसंख्यकों के वोटर लिस्ट से नाम हटाए जा रहे हैं, जिसे वे “वोटबंदी” और लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बता रहे हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया है।
- दूसरी ओर, BJP सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि SIR का उद्देश्य केवल भारत के नागरिकों को वोटिंग का अधिकार सुनिश्चित करना है, और इसमें कोई गलत मंशा नहीं है।
- लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष तख्तियां लहराकर और नारेबाजी करके इस मुद्दे को प्रमुखता दे सकता है, जिससे कार्यवाही बार-बार स्थगित हो सकती है।
- ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग:
- विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर और अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांग रहा है। शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने खुफिया विफलता और आतंकियों की गिरफ्तारी में देरी पर सवाल उठाए हैं।
- सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर अगले सप्ताह लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा के लिए सहमति दी है, लेकिन विपक्ष तत्काल चर्चा पर अड़ा है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार हर रक्षा-संबंधी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष के हंगामे से कार्यवाही बाधित हो रही है।
- उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे का मुद्दा:
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस्तीफा स्वीकार करना सरकार का निर्णय है, और विपक्ष का इससे कोई लेना-देना नहीं।
- BJP सांसद जगन्नाथ सरकार ने धनखड़ की सेहत पर चर्चा को अनुचित बताया और विपक्ष पर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया।
- इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक की संभावना है।
- अन्य संभावित मुद्दे:
- विपक्ष मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता दावों, और बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठा सकता है।
- लोकसभा में राहुल गांधी और राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे इन मुद्दों पर विपक्ष की अगुवाई कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और RJD के मनोज झा और मीसा भारती भी विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रहेंगे।
- सरकार 8 नए विधेयकों, जैसे नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल और नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन बिल, को पेश करने की योजना बना रही है, लेकिन हंगामे के कारण इन पर चर्चा बाधित हो सकती है।
सदन की कार्यवाही पर प्रभाव
- पहले दो दिनों की तरह तीसरे दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल बाधित होने की आशंका है। मंगलवार को दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित की गई, और अंततः पूरे दिन के लिए स्थगन करना पड़ा।
- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने विपक्ष से शांति बनाए रखने और सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की है, लेकिन विपक्ष के तख्तियां लहराने और वेल में नारेबाजी करने से कार्यवाही प्रभावित हो रही है।
- राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा, जबकि सत्ता पक्ष के सदस्यों को अवसर मिल रहा है।
सत्ता पक्ष की रणनीति
- सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार होने का दावा किया है, लेकिन विपक्ष के हंगामे को “लोकतंत्र का अपमान” करार दिया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष सवाल पूछने के बजाय संसद को बंधक बना रहा है।
- BJP सांसद संजय जायसवाल ने दावा किया कि SIR का 95% काम पूरा हो चुका है, और विपक्ष इसे रोककर गैर-नागरिकों को वोटिंग का अधिकार देने की कोशिश कर रहा है।
- सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर संसद के बाहर और अंदर “अभिनय कौशल” दिखाने और जनता के पैसे बर्बाद करने का आरोप लगाया।
विपक्ष की रणनीति
- विपक्षी गठबंधन (INDIA) SIR को NRC से जोड़कर इसे अल्पसंख्यकों और गरीबों के खिलाफ साजिश बता रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि पहले महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में हेरफेर हुआ, और अब बिहार में यही हो रहा है।
- संसद के मकर द्वार पर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, मनोज झा, और मीसा भारती सहित विपक्षी सांसदों ने SIR के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर पर तत्काल चर्चा और PM मोदी का जवाब चाहता है, और इसके लिए नारेबाजी, तख्तियां, और कार्य स्थगन प्रस्तावों का सहारा ले रहा है।
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