
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला बोला है। ट्रंप द्वारा भारत समेत कई देशों पर उच्च टैरिफ लगाने की धमकी और उनके हालिया बयानों को लेकर थरूर ने कहा कि ट्रंप टैरिफ को “जादुई छड़ी” मानते हैं, जो हर आर्थिक समस्या का समाधान कर सकती है।

थरूर ने यह भी कहा कि ट्रंप के बयानों और फैसलों ने भारत में रोष पैदा किया है, खासकर तब जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण हैं।
थरूर का बयान और संदर्भ
20 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थरूर ने ट्रंप के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने भारत पर 100% तक टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। ट्रंप ने दावा किया था कि भारत और चीन जैसे देश अमेरिका का “आर्थिक शोषण” कर रहे हैं। थरूर ने इसे “अमेरिका फर्स्ट” नीति का हिस्सा बताते हुए कहा, “ट्रंप टैरिफ को एक जादुई छड़ी की तरह देखते हैं, जो उनकी अर्थव्यवस्था को बचा लेगी, लेकिन यह वैश्विक व्यापार और सहयोग को नुकसान पहुंचा रहा है। उनके बयान भारत में गुस्सा पैदा कर रहे हैं, क्योंकि भारत एक उभरती अर्थव्यवस्था है, जो पहले से ही वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रही है।”
थरूर ने यह भी जोड़ा कि भारत ने हाल के वर्षों में अमेरिका के साथ व्यापार संतुलन को बेहतर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, “2018 में भारत का अमेरिका के साथ व्यापार घाटा 21 बिलियन डॉलर था, जो 2024 तक घटकर 13 बिलियन डॉलर हो गया। फिर भी, ट्रंप भारत को निशाना बना रहे हैं, जो अनुचित है।”
ट्रंप का बयान और भारत-अमेरिका व्यापार तनाव
ट्रंप ने हाल ही में एक रैली में कहा था कि भारत और ब्राजील जैसे देशों को अमेरिका के साथ व्यापार में “अनुचित लाभ” मिल रहा है। उन्होंने भारत पर 100% टैरिफ की धमकी दी, विशेष रूप से भारतीय मोटरसाइकिलों जैसे हार्ले डेविडसन पर, जिन पर भारत पहले ही 50% आयात शुल्क लगा चुका है। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारत और चीन अमेरिका के साथ व्यापार में “लूट” कर रहे हैं।
भारत ने इस धमकी का जवाब देते हुए कहा है कि वह विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के तहत काम करता है और किसी भी एकतरफा कार्रवाई का उचित जवाब देगा। वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भारत पहले ही अमेरिकी उत्पादों जैसे सेब, बादाम, और स्टील पर टैरिफ में कमी कर चुका है, और ट्रंप की टिप्पणियां “अनुचित और भ्रामक” हैं।
भारत में रोष और राजनीतिक प्रतिक्रिया
ट्रंप के बयानों ने भारत में व्यापक रोष पैदा किया है, खासकर व्यापारियों और उद्योग जगत में। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने चेतावनी दी है कि टैरिफ युद्ध से दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान होगा। थरूर ने कहा, “ट्रंप की नीतियां न केवल भारत, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित करेंगी। भारत ने हाल ही में ओमान और यूएई जैसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) किए हैं, और हम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ रहे हैं। ट्रंप का यह रवैया वैश्विक सहयोग के खिलाफ है।”
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने भी ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी नीतियां “संरक्षणवाद की हद तक पहुंच गई हैं,” और भारत को इसका जवाब अपनी व्यापार नीतियों को और मजबूत करके देना चाहिए।
आर्थिक और कूटनीतिक प्रभाव
भारत-अमेरिका व्यापार 2024-25 में 120 बिलियन डॉलर से अधिक का रहा, जिसमें भारत का निर्यात 78 बिलियन डॉलर और आयात 42 बिलियन डॉलर था। भारत के प्रमुख निर्यात में फार्मास्यूटिकल्स, सॉफ्टवेयर सेवाएं, और रत्न-आभूषण शामिल हैं। ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ से भारतीय निर्यात प्रभावित हो सकता है, खासकर टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, और आईटी सेक्टर में।
हालांकि, भारत ने हाल के वर्षों में अपनी व्यापार रणनीति को विविधीकृत किया है। भारत-ओमान CEPA और यूएई के साथ व्यापार समझौते जैसे कदम भारत को वैकल्पिक बाजारों की ओर ले जा रहे हैं। थरूर ने कहा, “हम ट्रंप की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। भारत अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और वैश्विक व्यापार में अपनी स्थिति को और बेहतर करने के लिए तैयार है।”
निष्कर्ष
शशि थरूर का ट्रंप पर यह हमला भारत में बढ़ते असंतोष को दर्शाता है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति की संरक्षणवादी नीतियों और भारत को निशाना बनाने वाले बयानों से उपजा है। ट्रंप के टैरिफ की धमकी ने भारत-अमेरिका संबंधों में नया तनाव पैदा किया है, लेकिन भारत अपनी कूटनीतिक और आर्थिक रणनीतियों के जरिए इसका जवाब देने को तैयार है। यह विवाद वैश्विक व्यापार की जटिलताओं और भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ते कदमों को रेखांकित करता है।
The post शशि थरूर का ट्रंप पर तीखा हमला: ‘टैरिफ को जादुई छड़ी मानते हैं, भारत में उनके बयानों से रोष’ appeared first on Live Today | Hindi News Channel.