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यूपी: 50 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों के विलय आदेश होंगे निरस्त, शिक्षकों के तबादले पर असमंजस

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उत्तर प्रदेश में परिषदीय स्कूलों के विलय नीति में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 50 से अधिक छात्र संख्या और एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले स्कूलों का अन्य स्कूलों में विलय नहीं किया जाएगा। पहले से जारी विलय आदेशों को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस फैसले का असर शिक्षकों की चल रही तबादला और समायोजन प्रक्रिया पर भी पड़ रहा है, जिसके कारण बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन आवेदन की तारीख को 1 अगस्त से बढ़ाकर 4 अगस्त 2025 कर दिया है।

विलय निरस्तीकरण और शिक्षकों का असमंजस
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी ने हाल ही में आदेश जारी किया था कि विलय वाले स्कूलों के शिक्षक भी तबादले और समायोजन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें। हालांकि, अब 50 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों का विलय निरस्त होने की संभावना से शिक्षकों में असमंजस की स्थिति है। कई शिक्षक इस दुविधा में हैं कि यदि वे तबादले के लिए आवेदन करते हैं और उनकी तैनाती किसी अन्य स्कूल में हो जाती है, लेकिन उनका मूल स्कूल फिर से संचालित हो जाता है, तो वहां पढ़ाई कौन कराएगा? साथ ही, यदि विलय निरस्त हो जाता है, तो क्या तबादले भी रद्द होंगे? विभाग के पास अभी इन सवालों के स्पष्ट जवाब नहीं हैं।

प्रक्रिया और समयसीमा
विभाग ने विलय निरस्तीकरण की प्रक्रिया को एक सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के चलते तबादला आवेदन की तारीख को और बढ़ाया जा सकता है या नीति में और संशोधन किए जा सकते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे मैनपावर पोर्टल के जरिए तबादले के लिए आवेदन करें, लेकिन विलय निरस्तीकरण की प्रक्रिया पूरी होने तक स्थिति स्पष्ट होने की प्रतीक्षा की जा रही है।

अखिलेश यादव का BJP पर हमला
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने 2 अगस्त को X पर लिखा, “BJP का स्कूल बंद करने का फैसला PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के खिलाफ एक बड़ी साजिश है। इसका मकसद है कि PDA समाज के लोग पढ़ न सकें और उनके इलाकों में मतदान बूथ न बनें, जिससे वे वोट न डाल सकें। यह BJP का राजनीतिक षड्यंत्र है, जिसे हम कभी सफल नहीं होने देंगे। सपा का ‘PDA पाठशाला’ अभियान जारी रहेगा।”

अखिलेश ने आगे कहा कि BJP सरकार के एजेंडे में शिक्षा, नौकरी और रोजगार का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने डबल इंजन सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए कहा कि विद्यार्थी और शिक्षक सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार पर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया।

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