
प्रयागराज के उत्तर मध्य रेलवे के भीरपुर और मेजा रोड रेलवे स्टेशनों के बीच 29 मई 2025 की देर रात तेजस राजधानी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12309/12310) को पलटाने की साजिश को लोको पायलट की सतर्कता ने नाकाम कर दिया। अज्ञात असामाजिक तत्वों ने डाउन ट्रैक पर किलोमीटर संख्या 794/18-16 पर गिट्टी और बड़े बोल्डर रखे थे।

लोको पायलट ने ट्रैक पर बोल्डर देखकर तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए, जिससे ट्रेन रुक गई और एक बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन को 10 मिनट तक रोकना पड़ा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने छिवकी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 154 और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 285 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना रात करीब 1:30 बजे की है, जब नई दिल्ली-राजेंद्र नगर (पटना) तेजस राजधानी एक्सप्रेस भीरपुर और मेजा रोड के बीच गुजर रही थी। लोको पायलट ने ट्रैक पर बोल्डर देखकर ट्रेन को रोक दिया और स्टेशन मास्टर व रेलवे अधिकारियों को सूचित किया। सूचना मिलते ही रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। आरपीएफ, सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी), और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। छिवकी से आई आरपीएफ टीम ने घटनास्थल की सघन जांच की और फोटोग्राफी के आधार पर संयुक्त निरीक्षण नोट तैयार किया। जांच में पाया गया कि बोल्डर जानबूझकर ट्रैक पर रखे गए थे, जिसका मकसद ट्रेन को पटरी से उतारना था। सौभाग्यवश, कोई क्षति नहीं हुई।
रेलवे की कार्रवाई
आरपीएफ ने अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है। रेलवे ने संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने और सीसीटीवी निगरानी को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की घटनाएं गंभीर सुरक्षा चुनौती हैं, और दोषियों को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
संदर्भ और हालिया घटनाएं
यह घटना उत्तर प्रदेश में रेलवे ट्रैकों पर तोड़फोड़ की हालिया कोशिशों की श्रृंखला में एक और कड़ी है। हाल के महीनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं:
- 20 मई 2025: हरदोई जिले में न्यू दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस और काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर लकड़ी के टुकड़े और अर्थिंग वायर रखे गए थे, जो लोको पायलट की सतर्कता से हटाए गए।
- 8 सितंबर 2024: प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा गया था।
- अक्टूबर 2024: झारखंड में कोयला रेल को पटरी से उतारने की कोशिश में ट्रैक पर बोल्डर रखे गए।
रेल मंत्रालय ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए रेलवे सुरक्षा बल, राज्य पुलिस, और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ मिलकर जांच तेज कर दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले कहा था कि ऐसी साजिशों के पीछे के मास्टरमाइंड को बख्शा नहीं जाएगा।