प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यूनाइटेड किंगडम यात्रा के बाद मालदीव की राजधानी माले पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और गृह सुरक्षा मंत्री सहित वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों के साथ माले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पीएम मोदी की अगवानी की।
यह यात्रा मुइज्जू के कार्यकाल में किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली आधिकारिक यात्रा है और मोदी की बतौर पीएम मालदीव की तीसरी यात्रा है।
मोदी 26 जुलाई को मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। माले को भारतीय तिरंगे, रंग-बिरंगे बैनरों और विशाल पोस्टरों से सजाया गया है। रिपब्लिक स्क्वायर और हवाई अड्डे से मुख्य सड़कों पर सजावट की गई। भारतीय प्रवासी बड़ी संख्या में हवाई अड्डे और रास्तों पर तिरंगा लहराते और नारे लगाते हुए पीएम का स्वागत करने पहुंचे।
कूटनीतिक महत्व
यह यात्रा भारत-मालदीव संबंधों में कूटनीतिक रीसेट का संकेत देती है, खासकर तब जब मुइज्जू की “इंडिया आउट” नीति और चीनी प्रभाव के कारण 2023-24 में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा था। मुइज्जू की मार्च 2025 की भारत यात्रा और भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी के बाद संबंधों में सुधार हुआ। दोनों देशों ने हाल ही में रक्षा, व्यापार, और समुद्री सहयोग पर कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें भारत द्वारा मालदीव को 1100 करोड़ रुपये की सहायता और 400 सामाजिक आवास इकाइयों का निर्माण शामिल है।
मोदी की यात्रा का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और क्षेत्रीय स्थिरता पर सहयोग को मजबूत करना है। मालदीव ने हाल ही में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत शुरू की है, और दोनों देश SAARC और IORA जैसे मंचों पर सहयोग बढ़ा रहे हैं। X पर कुछ यूजर्स ने इस यात्रा को भारत की “नेबरहुड फर्स्ट” नीति की जीत बताया, जबकि अन्य ने मुइज्जू की पूर्व नीतियों पर सवाल उठाए।
The post पीएम मोदी मालदीव पहुंचे, राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ गर्मजोशी से गले मिले, कूटनीतिक रीसेट पर जोर appeared first on Live Today | Hindi News Channel.