भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (8 अक्टूबर 2025) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्री गाजा शांति योजना के पहले चरण पर सहमति का स्वागत किया। एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता में वृद्धि युद्धग्रस्त गाजा के लोगों को राहत देगी और स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त करेगी।
उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की “मजबूत नेतृत्व” की भी सराहना की। यह बयान ट्रंप के ऐलान के कुछ घंटों बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा कि इजरायल और हमास योजना के पहले चरण पर सहमत हो गए हैं।
ट्रंप की योजना: 72 घंटों में बंधक-कैदी विनिमय, हमास का हथियार त्याग
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर पोस्ट किया, “मैं गर्व से घोषणा करता हूं कि इजरायल और हमास ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे सभी बंधक जल्द रिहा होंगे, और इजरायल अपनी सेनाओं को तय सीमा पर वापस ले लेगा। यह अरब-मुस्लिम दुनिया, इजरायल, पड़ोसी देशों और अमेरिका के लिए महान दिन है। कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों का धन्यवाद।” योजना के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- बंधकों की रिहाई: 72 घंटों में सभी जीवित इजरायली बंधक (20) और मृतकों के अवशेष हमास द्वारा रिहा। बदले में इजरायल 250 लाइफ सेंटेंस कैदियों और 1,700 गाजा हिरासतियों (महिलाएं-बच्चे सहित) को मुक्त करेगा। प्रत्येक मृत इजरायली बंधक के बदले 15 फलस्तीनी शवों की रिहाई।
- मानवीय सहायता: तत्काल पूर्ण सहायता प्रवाह, जिसमें बुनियादी ढांचा (पानी, बिजली, सीवेज), अस्पतालों और बेकरियों का पुनर्निर्माण, मलबा हटाने के लिए उपकरण शामिल।
- हमास का निरस्त्रीकरण: शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का वादा करने वाले हमास सदस्यों को क्षमादान, हथियारों का त्याग, और विदेश जाने का सुरक्षित मार्ग। बाकी को खरीद-वापसी योजना के तहत पुनर्वास।
- गाजा का शासन: अस्थायी तकनीकी-अराजनीतिक फलस्तीनी समिति का गठन, जिसकी निगरानी “पीस बोर्ड” करेगा। बोर्ड की अध्यक्षता ट्रंप करेंगे, जिसमें अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। फलस्तीनी अथॉरिटी (PA) के सुधार के बाद गाजा का नियंत्रण PA को सौंपा जाएगा।
- युद्धविराम: तत्काल युद्धविराम, इजरायली सेना की धीमी वापसी, और राफा क्रॉसिंग का खुलना।
यह योजना हमास के 7 अक्टूबर 2023 हमले की दूसरी वर्षगांठ के एक दिन बाद आई, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। गाजा में इजरायली हमलों से 66,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए। मिस्र में अप्रत्यक्ष वार्ता में ट्रंप ने अपने दामाद जेरेड कुश्नर और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को भेजा, जबकि इजरायल का प्रतिनिधित्व रॉन डर्मर (नेतन्याहू के करीबी) ने किया।
वैश्विक प्रतिक्रियाएं: उम्मीदों का दौर
पीएम मोदी के अलावा कई वैश्विक नेता योजना का स्वागत कर चुके हैं:
- जॉर्डन: तत्काल युद्धविराम, सहायता प्रवाह और दो-राज्य समाधान की अपील।
- पाकिस्तान: विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, “यह सकारात्मक कदम है। इजरायल को हमले रोकने चाहिए।”
- तुर्की: राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने हमास की सकारात्मक प्रतिक्रिया का स्वागत किया।
- मिस्र: सकारात्मक विकास की उम्मीद, अरब-अमेरिकी-यूरोपीय सहयोग पर जोर।
ट्रंप ने कहा, “हमास स्थायी शांति के लिए तैयार लग रहा है।” लेकिन इजरायली मीडिया के अनुसार, नेतन्याहू के कार्यालय में योजना पर “झटका” लगा, क्योंकि ट्रंप ने इजरायल को बमबारी तुरंत रोकने को कहा। योजना हमास के हथियार त्याग और गाजा में PA के नियंत्रण पर केंद्रित है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि स्टिकिंग पॉइंट्स (जैसे हमास का विघटन) इसे पटरी से उतार सकते हैं।
यह ब्रेकथ्रू मिस्र-कतर-तुर्की के मध्यस्थता प्रयासों का परिणाम है, जो दो वर्ष के युद्ध को समाप्त करने की दिशा में कदम है।
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