उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार रात देर से सहस्रधारा क्षेत्र के करलीगढ़ में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचा दी। तेज बारिश से तमसा नदी उफान पर आ गई, जिससे तपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया। मंदिर के परिसर में पानी भर गया, लेकिन गर्भगृह सुरक्षित रहा।
हादसे में 2 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि स्थानीय लोगों ने 100 से अधिक लोगों को बचाया। मसूरी में भूस्खलन से एक मजदूर की मौत हो गई। मौसम विभाग ने देहरादून, चमोली, चंपावत, ऊधम सिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 21 सितंबर तक प्रदेशभर में भारी वर्षा की संभावना है।
घटना रात करीब 11:30 बजे हुई, जब अचानक बादल फटने से मलबा बहने लगा। सहस्रधारा के मुख्य बाजार में मलबा आ गया, जिससे कई होटल, दुकानें और गाड़ियां बह गईं। तमसा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि तपकेश्वर मंदिर के हनुमान मंदिर तक पानी पहुंच गया। मंदिर पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने बताया, “सुबह 5 बजे नदी उफान पर आ गई, पूरा परिसर जलमग्न हो गया।” करलीगढ़ में एक घर और पशुशाला क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें 15-20 पशु मलबे में दबे होने का शक है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा, “सहस्रधारा में भारी बारिश से कुछ दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस राहत-बचाव में जुटी हैं। मैं स्थानीय अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं।” एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीडब्ल्यूडी की टीमें मौके पर पहुंचीं। मलबे से वीरपुर और आर्मी क्षेत्र के पीछे का संपर्क कट गया। देहरादून में सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। मसूरी में भूस्खलन से एक मजदूर की मौत की पुष्टि हुई।
यह घटना अगस्त में चमोली के मोपटा गांव में बादल फटने की घटना के एक महीने बाद हुई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 20 सितंबर तक भारी बारिश जारी रहेगी। प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं।
The post देहरादून सहस्रधारा में बादल फटने से भयानक तबाही: तमसा नदी उफान पर, तपकेश्वर मंदिर जलमग्न, 2 लापता, मसूरी में मजदूर की मौत appeared first on Live Today | Hindi News Channel.