आदित्य टाइम्स संवाद सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ 

जौनपुर 

पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड में तहसील प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए सबरहद स्थित एक बेशकीमती भूमि कों डूगडूगी बजा कुर्क कर बुलडोजर चला जमींदोज कर दिया। उक्त भूमि की मालियत बीस करोड़ रुपए बताया जा रहा है। वहीं कब्जेदार पर एक करोड़ पांच लाख तीस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। साथ ही सबरहद गांव में पांच बीधा में फैले तालाब जों जामिया फारुकी मैनुद्दीन पुत्र नवीउल्लाह के नाम दर्ज था। पूर्ववत तालाब खाते में दर्ज कर दिया गया। फिलहाल दोनों स्थानों पर उक्त से सम्बंधित बोर्ड लगा दिया गया है।

सबरहद गांव के इमरानगंज बाजार स्थित तिराहे पर भू माफियाओं द्वारा कूटरचित दस्तावेज के आधार पर नाम दर्ज करा अवैध ढंग से कब्जा किया गया था। बताया जाता है कि सबरहद गांव निवासी राम अचल कुशवाहा पुत्र चिरकुट के नाम फर्जी ढंग से नाम दर्ज करा लिया गया। जिसके बाद राम अचल से सबरहद गांव निवासी उमैर शेख पुत्र शहाबुद्दीन शेख ने बैनामा ले लिया। उसी आधार पर भूमि पर कब्जा ले प्लाटिंग कर बेचा जा रहा था। जबकि राम अचल ने बयान दिया है कि मेरे नाम कैसे जमीन आया मुझे नहीं पता। मुझे ले जाकर बैनामा करा लिया गया।  फिलहाल मुझसे उक्त भूमि से कोई लेना-देना नहीं है। इसी आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ा तहसील प्रशासन ने चूना भट्टी की भूमि को कुर्क कर दिया।

मालूम रहे 13 मई को पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आशुतोष इन्हीं सरकारी जमीनों को खाली कराने की लड़ाई लड रहे थे। मौत के डेढ़ माह बाद तहसील प्रशासन निद्रा से जागा व उक्त जमीनों कों कुर्क और सरकारी सम्पत्ति घोषित किया। 

पुलिस ने मामले में लेखपाल विकास सिंह की तहरीर पर उमैर शेख, सिकन्दर आलम और अरफी शेख के विरुद्ध नये कानून के तहत मामला पंजीकृत किया है। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार आशीष सिंह, नायब तहसीलदार बलवंत उपाध्याय शैलेन्द्र कुमार पुलिस उपाधीक्षक अजीत सिंह चौहान कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज ठाकुर आदि मौजूद रहे।

Previous articleJaunpur News युवती से कट्टा के बल पर बलात्कार ,मुकदमा दर्ज
Next articleविद्युत की समस्यायों को लेकर मंत्री से मिले विधायक रमेश सिंह