गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार, 20 सितंबर 2025 की शाम को वेव सिटी थाना क्षेत्र के एक अंडरपास के पास अनिल दुजाना गैंग के कुख्यात अपराधी बलराम ठाकुर उर्फ गुरु को मुठभेड़ में मार गिराया। 50,000 रुपये के इनामी बलराम ठाकुर पर हत्या, लूट, रंगदारी, और गैंगस्टर एक्ट सहित 34 से अधिक संगीन मामले दर्ज थे। यह ऑपरेशन पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ के नेतृत्व में किया गया, जिसमें क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम ने अहम भूमिका निभाई।
मुठभेड़
पुलिस के अनुसार, बलराम ठाकुर ने हाल ही में गाजियाबाद के कारोबारियों को निशाना बनाया था। दो दिन पहले उसने नेहरू नगर के मदन स्वीट्स के मालिक ब्रह्म यादव से 50 लाख रुपये और कवि नगर के एक लोहा कारोबारी अभिषेक गोयल से 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसके अलावा, जुलाई में बलराम ने एक ट्रांसपोर्टर को अगवा कर 2 लाख रुपये और गहने लूटे थे।
शनिवार शाम करीब 7:50 बजे, वेव सिटी अंडरपास के पास पुलिस और स्वाट टीम ने बलराम और उसके तीन साथियों को एक कार में देखा। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने 20-22 राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक गोली एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने 8-10 राउंड फायर किए, जिसमें बलराम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसके तीन साथी मौके से फरार हो गए।
बलराम ठाकुर का आपराधिक इतिहास
बलराम ठाकुर, बुलंदशहर के रोगन गांव का निवासी, अनिल दुजाना गैंग का प्रमुख सदस्य था और दुजाना की मई 2023 में मेरठ में एनकाउंटर में मौत के बाद गैंग की कमान संभाल रहा था। वह मसूरी, सिहानी गेट, और कवि नगर इलाकों में कारोबारियों को व्हाट्सएप कॉल के जरिए धमकियां देता था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, और रंगदारी के कई मामले दर्ज थे। पुलिस ने उसे अनिल दुजाना का “गुरु” बताया, जो पश्चिमी यूपी के आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा था।
पहले की घटनाएं और पुलिस कार्रवाई
मदन स्वीट्स के मालिक ब्रह्म यादव से पहले भी दुजाना गैंग के दो अन्य बदमाशों ने 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, जिसके बाद दुकान पर दिनदहाड़े फायरिंग की गई थी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया और ब्रह्म यादव को सुरक्षा प्रदान की। हाल ही में, 17 सितंबर 2025 को गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में रोहित गोडारा-गोल्डी बराड़ गैंग के दो बदमाशों, रविंदर और अरुण, को भी पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया था।
पुलिस की रणनीति
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ ने कहा कि गाजियाबाद में अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा। गैंगस्टर और रंगदारी मांगने वालों की सूची तैयार की गई है, और आने वाले दिनों में और कड़ी कार्रवाई होगी। एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि बलराम के फरार साथियों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस का लक्ष्य अपराधियों में डर पैदा करना और आम लोगों में सुरक्षा की भावना को मजबूत करना है।
सामाजिक और क्षेत्रीय प्रभाव
इस एनकाउंटर से गाजियाबाद में कारोबारियों में राहत की भावना है, जो बलराम की रंगदारी की धमकियों से त्रस्त थे। हालांकि, कुछ लोग पुलिस मुठभेड़ों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हैं, लेकिन स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि ऐसी कार्रवाइयां अपराध पर अंकुश लगाने में प्रभावी हैं। यह ऑपरेशन गाजियाबाद पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
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